हड़ताल के आगे मरीज बेबस, दवा के लिए दर-दर भटक रहे

punjabkesari.in Tuesday, May 30, 2017 - 01:22 PM (IST)

शिमला/ऊना (अमित): देश भर में मंगलवार 30 मई, 2017 को दवाएं खरीदने में मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स (एआईओसीडी) के मुताबिक उन्होंने सरकार को सख्त नियम के खिलाफ प्रस्ताव भेजे थे, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद एक दिन की हड़ताल का आह्वान किया गया है। बताया जाता है कि इसका असर हिमाचल में भी देखने को मिला है। प्रदेश के कई जिलों ऊना, हमीरपुर, कांगड़ा में इसका व्यापक असर दिखा। कई मौडीकल स्टोर बंद होने से मरीजों को परेशानी उठानी पड़ी। दवा विक्रेता संघ ने दवाओं की ऑनलाइन बिक्री बंद करने की मांग उठाई। 
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दवा विक्रेताओं का काम बंद होने की कगार पर पहुंचा
बताया जाता है कि केवल नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में चल रही दवाओं की एक दुकान ही खुली थी जिससे मरीजों को कोई खास परेशानी नहीं हुई।  यहां 400 के करीब मैडिकल स्टोर काम कर रहे हैं लेकिन इस हड़ताल के चलते जिला में नागरिक आपूर्ति विभाग के एक मैडिकल स्टोर को छोड़ सभी दुकानें बंद रही। जहां मरीज दवाएं खरीदने के लिए इधर-उधर भटकते नजर आए। हमीरपुर में दवा विक्रेता संघ के सदस्य अजय जगोता ने कहा कि एक तरफ दवाओं की ऑनलाइन बिक्री से दवा विक्रेताओं का काम बंद होने की कगार पर पहुंच चुका है वहीं दूसरी ओर सरकार द्वारा लगातार इनपर तुगलकी फरमान थोपे जा रहे हैं। इस अवसर पर हमीरपुर शहर के अलावा भोटा, बड़सर, नादौन, सुजानपुर, जाहू, भोरंज में भी कैमिस्टों की दुकानें बंद रही।  


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