हिमाचल में 10 सालों में हुए इतने सड़क हादसे, अब तक 11561 लोगों ने गंवाई जान

Friday, Jun 21, 2019 - 05:57 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश में सड़क हादसे रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा घटनाक्रम के अनुसार जिला कुल्लू के बंजार में बयोट मोड़ पर बीते दिन एक ओवरलोड निजी बस 500 फुट गहरी खाई में लुढ़कते हुए जीभी खड्ड में जा गिरी। हादसे का मंजर देख हर कोई सिहर उठा था। जीभी खड्ड में इधर-उधरी बिखरी लाशें देखकर मौके पर मौजूद लोग स्तब्ध रह गए थे। इस हादसे में 44 लोगों की मौत हो गई जबकि 35 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इससे पहले भी हिमाचल प्रदेश में कई बड़े बस हादसे हो चुके हैं। इसका कारण चालकों को बेहतर प्रशिक्षण न दिया जाना बताया जा रहा है। इसके साथ ही तंग और उबड़-खाबड़ सड़कें भी हादसे की कहीं न कहीं वजह बन जाती हैं।

10 वर्षों में 30,993 सड़क हादसे, 11,561 लोगों की मौत

यह आंकड़ा चौंकाने वाला है कि पिछले 10 वर्षों में हिमाचल प्रदेश में करीब 30,993 सड़क हादसे हुए हैं। इन हादसों में 11,561 लोगों ने जान गंवाई है। वर्ष 2009 से 2018 के बीच ये सड़क हादसे हुए हैं। इन हादसों में 53,909 लोग घायल हुए हैं। हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष अब तक 1169 सड़क हादसे हुए हैं। इनमें 474 लोगों की मौत हुई है जबकि 2,190 लोग घायल हुए हैं।

ये हुए बड़े हादसे

 11 अगस्त, 2012  चम्बा-धुलाड़ा मार्ग पर गागला के पास बस हादसा, 52 की मौत।
 8 मई, 2013  मंडी के झीड़ी में जोगणी माता मंदिर के पास ब्यास नदी में समाई बस, 40 की मौत।
 27 सितम्बर, 2013  रेणुका में ददाहू-टिक्कर संपर्क मार्ग पर निजी बस गहरी खाई में गिरी, 21 लोगों की मौत।
 21 अगस्त, 2014  किन्नौर के रुतरंग में बास्पा नदी में बस गिरी, 23 की मौत-20 घायल।
 23 जुलाई, 2015  कुल्लू में पार्वती नदी में बस गिरी, 31 लोग बहे।
 20 मई, 2016  चम्बा में बस हादसा, 14 की मौत-31 घायल।
 5 नवम्बर, 2016  मंडी के बिंद्रावणी में ब्यास नदी में गिरी बस, 17 की मौत-26 घायल।
 20 अप्रैल, 2017  उत्तराखंड की निजी बस शिमला के गुम्मा में खाई में गिरी, 45 की मौत।
 9 अप्रैल, 2018  नूरपुर में खाई में गिरी स्कूल बस, 23 बच्चों समेत 27 की मौत।
 20 जून, 2019   कुल्लू के बंजार में बस खाई में गिरी, 44 लोगों की मौत-35 घायल।

हर साल एक हजार से अधिक मौतें

वर्ष 2017 में बिलासपुर में 194, चम्बा में 119, हमीरपुर में 120, कांगड़ा में 523, किन्नौर में 34, कुल्लू में 168, लाहौल-स्पीति में 25, मंडी में 423, शिमला में 480, सिरमौर में 306, सोलन में 252, ऊना में 291, बद्दी में 178 लोगों की मौत हुई थी। सूबे में कुल 3,114 हादसे हुए थे और हादसों में 1,203 मौतें और 5,452 लोग घायल हुए थे। वर्ष 2016 में 3,168 सड़क हादसे सामने आए, जिनमें 1,271 लोगों को जान गंवानी पड़ी और 5,764 लोग घायल हुए।

हिमाचल में 595 ब्लैक स्पॉट, 271 को दुरुस्त करने का दावा

हिमाचल में 595 ब्लैक स्पॉट हैं, जिन्हें पुलिस, परिवहन और लोक निर्माण विभाग की ओर से चयनित किया गया है। सरकार का दावा है कि 271 ब्लैक स्पॉट को दुरुस्त किया गया है जबकि शेष पर कार्य चल रहा है। पुलिस विभाग ने 90 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए थे। इसमें से 71 को लोक निर्माण विभाग ने ठीक कर दिया है। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम ने भी 169 दुर्घटना संभावित स्थानों की पहचान की है। जी.वी.के. ई.एम.आर.आई. (आपातकाल प्रबंधन एवं अनुसंधान संस्थान) ने भी राज्य में 505 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए हैं। इनमें से लोक निर्माण विभाग की ओर से 200 में सुधार किया गया है।

Vijay