बर्फबारी ने बढ़ाई लोगों की दिक्कतें, ठंड ने तोड़ा 12 साल का रिकॉर्ड, यातायात बंद

Thursday, Jan 09, 2020 - 05:10 PM (IST)

शिमला (योगराज) : प्रदेश में तीन दिन तक चला बर्फबारी का दौर अब थम चुका है लेकिन लोगों की दिक्कतें बढ़ गई है।बर्फबारी के बाद अब लोगों को कड़ाके की ठंड और फिसलन से जूझना पड़ रहा है। 8 जनवरी का दिन सबसे शिमला में सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया। शिमला का तापमान -3.7 बीते रोज दर्ज किया गया जो कि 2008 के बाद सबसे कम है।तापमान में गिरावट के कारण सड़कों पर बर्फ़ जम गई है जिसके कारण गाड़ियां नही चल पा रही है। गाड़ियां न चलने की वजह से शिमला में आज दूध, ब्रेड और अखबार नहीं पहुंच पाया है।

आधे शिमला में बिजली भी गुल है तो कई जगह पानी की पाइप जाम हो गई है। पैदल चलने वाले रास्तो में फ़िसलन बढ़ गई है इसलिए पैदल चलना भी आसान नही है। मौसम केन्द्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने बताया कि उनके पास पिछले तीस सालों का रिकॉर्ड है। जिसके मुताबिक शिमला में 12 साल बाद सबसे ठंडा दिन रहा। इससे पहले 2008 में - 4.4 डिग्री तापमान रिकॉर्ड किया गया था। उन्होंने ये भी बताया को 1945 में शिमला का तापमान माइनस 10 डिग्री रहा था। शिमला के खड़ापत्थर, नारकण्डा आदि में 2 से 3 फ़ीट तक बर्फ़बारी हुई है।

शिमला जिला प्रशासन ने सड़कों को खोलने का काम  सुबह 5 बजे से ही शुरू कर दिया है लेकिन माइनस डिग्री तापमान के चलते बर्फ़ जम चुकी है। रेत के सहारे मुख्य सड़कों को खोलने का काम किया जा रहा है लेकिन अभी तक प्रशासन सड़के खोलने में कामयाब नहीं हो पाया है।

उपायुक्त शिमला ने शाम तक शिमला जिला की सभी सड़कें खोलने का दावा किया है। शिमला में आज का दिन लोगों के लिए मुश्किलों भरा रह सकता है। आज सड़कों पर गाड़ियों का चलना भी संभव नही दिख रहा है। मौसम विभाग ने 11 जनवरी से फिर मौसम ख़राब होने की संभावना व्यक्त की है जिससे लोगों की दिक्कतें कम होने के बजाय बढ़ने वाली है।

Edited By

Simpy Khanna