कुफरी-रोहड़ू में हिमपात, नारकंडा में बर्फीला तूफान

Sunday, Mar 01, 2020 - 10:32 AM (IST)

कुफरी : पर्यटन केंद्र कुफरी सहित आसपास के इलाकों में बिगड़े मौसम के मिजाज के चलते फिर हिमपात हुआ। केंद्र में दोपहर तक मौसम साफ था, लेकिन दोपहर बाद ठंडी-ठंडी हवाएं चलनी शुरू हुईं, साथ में बर्फ के हल्के फाहे भी गिरने लगे। शाम तक रुक-रुक कर बर्फबारी का क्रम जारी था। समूचा क्षेत्र पूरी तरह धुंध की चपेट में आ गया। शीतलहर से मौसम भी ठंडा हो गया। उधर, चंडीगढ़ से शिमला घूमने आए सौरभ, प्रीति, हिंकु व राशि ने बताया कि वे शिमला में खासकर गिरती हुई बर्फ देखने के लिए आए थे। कल शिमला में एक होटल में रुके थे और आज कुफरी घूमने के लिए आए थे। यहां का मौसम व गिरती हुई बर्फ के नजारे देख उनका शिमला आना सफल हो गया। बताते हैं कि बर्फ के फाहे गिरने के बाद बारिश शुरू हो गई थी, जिससे मौसम और ज्यादा ठंडा हो गया।

बर्फबारी के चलते कुफरी में वाहनों की आवाजाही पर भी असर पड़ा, जिससे लोगों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। मौसम के करवट बदलते ही क्षेत्र में हुई बारिश से ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। अधिकांश क्षेत्रों में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी हुई। जानकारी के अनुसार खड़ा पत्थर, खदराला, मध्यम वर्गीय क्षेत्रों में 1 इंच तक बर्फ गिरने के समाचार हैं जबकि उपमंडल रोहड़ू की मुख्य ऊंची चोटियों चांशल, मुराल डंडा, चंद्र-नाहन में दिन को 3 बजे से बर्फबारी शुरू हो गई थी। हालांकि इन ऊंची चोटियों में पहले से ही लगभग 10 से 15 फुट तक बर्फ गिरने का अनुमान है। पर्यटन नगरी नारकंडा में शनिवार को एक बार फिर से मौसम के करवट बदलते ही शीतलहर का प्रकोप बढ़ गया।

शनिवार दोपहर बाद नारकंडा में बादलों की गडग़ड़ाहट के साथ ओलावृष्टि के साथ ही बर्फीला तूफान भी चला, जिस कारण क्षेत्र में फिर से प्रचंड ठंड एक बार फिर से लौट आई है। मौसम विभाग के पूर्व अनुमान के अनुसार ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी तथा निचले क्षेत्रों में बारिश का दौर फिर से शुरू हो गया। जानकारी के अनुसार नारकंडा से मतियाना तक ओलावृष्टि भी हुई, इसके बाद बर्फबारी शुरू हुई और तेज तूफान से एक बार फिर से बर्फ की चादर पूरे इलाके ने ओढ़ ली। नारकंडा में शनिवार शाम करीब 7 बजे तक खबर लिखे जाने तक बर्फबारी जारी रही। प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर नैशनल हाईवे-5 पर यातायात रोक दिया गया है। बर्फबारी होने से नारकंडा में सड़क पर फिसलन होने से वाहनों के स्किड होने की भी संभावनाएं बढ़ रही हैं।

kirti