हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और बारिश का कहर, कई भागों में येलो अलर्ट, 117 सड़कें बंद
punjabkesari.in Friday, Sep 13, 2024 - 02:50 PM (IST)
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिले किन्नौर में बर्फबारी का दौर जारी है, जिससे उच्च क्षेत्रों में स्थिति काफी चुनौतीपूर्ण हो गई है। शुक्रवार सुबह भी कल्पा, निचार, और पूह खंड के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी जारी रही। भारत-तिब्बत सीमा के निकट नकदम, नित्थल, थाच, खानादुमति, रानीकंडा, किन्नौर कैलाश, नाको के रियोपुरगिल, सांगला कंडा, रक्षम के शोशला पीक, बटसेरी की सीगन पहाड़ियों, और भावावैली की ऊंची चोटियों में भी बर्फबारी का सिलसिला जारी है। इसके साथ ही, जिले के निचले इलाकों में सुबह से बारिश हो रही है।
मौसम का पूर्वानुमान
बर्फबारी के चलते तापमान में गिरावट आई है। प्रदेश की राजधानी शिमला समेत अन्य क्षेत्रों में भी बारिश दर्ज की गई है। बीते 24 घंटों में विभिन्न स्थानों पर मिली बारिश की मात्रा इस प्रकार है:
- गुलेर: 64.2 मिमी
- पालमपुर: 46.4 मिमी
- धर्मशाला: 41.0 मिमी
- सलापड़: 27.1 मिमी
- चौपाल: 21.4 मिमी
- सांगला: 20.8 मिमी
- कल्पा: 20.3 मिमी
- नयनादेवी: 18.4 मिमी
- कसौली: 10.0 मिमी
- पांवटा साहिब: 12.6 मिमी
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने आज भी प्रदेश के कई भागों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में 19 सितंबर तक बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है।
इंफ्रास्ट्रक्चर पर असर
फिलहाल, खराब मौसम के कारण कई बुनियादी ढांचे प्रभावित हुए हैं:
117 सड़कें भूस्खलन के कारण आवाजाही के लिए ठप पड़ी हैं, एक पुल क्षतिग्रस्त हुआ है। इसके अलावा 34 बिजली ट्रांसफार्मर और 11 जल आपूर्ति योजनाओं पर असर पड़ा है।
सबसे अधिक सड़कें शिमला और मंडी जिलों में प्रभावित हुई हैं, जिससे इन क्षेत्रों में आवागमन में कठिनाई आ रही है। कुल मिलाकर, हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी और बारिश का सिलसिला राज्य के लिए चुनौतियों को बढ़ा रहा है, और मौजूदा हालात के मद्देनजर अधिकारियों द्वारा राहत कार्यों की निगरानी की जा रही है।