सरकार की वर्दी स्कीम से महरूम ये नौनिहाल, फटे-पुराने कपड़ों में स्कूल पहुंच रहे!

Monday, Sep 23, 2019 - 11:58 AM (IST)

गोहर (ख्याली राम): अटल स्कूल वर्दी योजना के तहत दी जाने वाली वर्दियां अभी तक स्कूलों में नहीं पहुंच सकी हैं जिसके चलते बच्चों के अभिभावक परेशान हैं। गोहर उपमंडल की बात करें तो यहां के 37 सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की स्मार्ट वर्दी अभी तक नहीं मिल पाई है जिसका कारण यह बताया जा रहा है कि इन स्कूलों की वर्दियां 3 महीने पहले जून में आवंटित कर दी गई हैं जो कि गोहर के कलैक्शन सैंटर में धूल फांक रही हैं। वर्दियों का आवंटन स्कूलों को क्यों नहीं किया जा रहा, इस पर चर्चाओं का बाजार गर्म है।

शिक्षा विभाग ने विद्यार्थियों के लिए 16 सितम्बर से नई स्मार्ट वर्दी में आना अनिवार्य कर दिया गया है लेकिन यहां विद्यार्थियों को नई वर्दी की सप्लाई व सिलाई का पैसा न मिल पाने के कारण वर्दियां ताला बंद कलैक्शन सैंटर से बाहर नहीं निकल पाई हैं। वर्दी आवंटित पर कौन सा पेंच फंसा हुआ है यह सबकी समझ से बाहर है। शीतकालीन अवकाश वाले स्कूलों में तो इस साल का सत्र भी लगभग समाप्त होने वाला है, ऐसे में डेढ़ साल के लंबे अरसे के बाद भी वर्दी मिलने के आसार नजर नहीं आ रहे।

फटी वर्दी में स्कूल आ रहे बच्चे

यह मामला कांगड़ा जिले के कई स्कूली के बच्चों का है। जहां सरकारी स्कूल में बच्चे हर रोज फटी वर्दी में शर्मसार हो रहे है। अभिभावक का कहना है कि जो उनके बच्चों को 2017 में बर्दी मिली थी अब वह बच्चों के पहनने लायक नहीं रही। क्योंकि दो साल के बाद बच्चों के कद-काठी में बदलाव भी आता है। जिस कारण बच्चे ठीक से अपना तन नहीं ढक पा रहे। उन्होंने कहा कि बच्चों की वर्दी इस कदर फट चुकी है कि उस पर टांके और सेफ्टी पिन लगाना पड़ता है। जिससे बच्चे स्कूल जा सके। लेकिन फिर भी बच्चों का तन पूरी तरह से नहीं ढक होता। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के बच्चों को सरकार आए दिन वर्दी देने के वायदे तो कर रही है लेकिन अब यह वायदे हवा हवाई होते दिखाई दे रहे है।

इन स्कूलों के छात्रों को नहीं मिली वर्दी

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला गोहर, बुराहटा, देलग, बाहवा, पलास घण्याड़ी, खारसी, देवधार, डडोह, स्यांज, जंजाहर, नांडी, कटवाढ़ी, पिपलागलु, मौवीसेरी, तरौर, चच्योट, बस्सी, धरोट, कांढा, बगस्याड़, केलोधार, बाड़ा, परवाड़ा, मझार, कूट और तांदी स्कूल के बच्चों को स्मार्ट वर्दियां नहीं मिल पाई हैं।

kirti