सुंदरनगर में सरकार व बिजली बोर्ड प्रबंधन के खिलाफ लगे मुर्दाबाद के नारे, जानिए क्या है वजह

Thursday, Dec 20, 2018 - 08:08 PM (IST)

सुंदरनगर (नितेश): राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड सुंदरनगर मंडल के अंतर्गत आऊटसोर्स के कर्मचारियों की बैठक बिजली बोर्ड के विश्राम गृह में उपमहासचिव जगमेल सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस अवसर पर बिजली मंडल सुंदरनगर के तहत आने वाले तमाम आऊटसोर्स वर्करों ने प्रदेश सरकार और बिजली बोर्ड प्रबंधन के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया और मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस अवसर पर इम्प्लाइज यूनियन के उपमहासचिव ने प्रदेश सरकार के इस तरह के निर्णय की कड़े शब्दों में निंदा की और कहा कि एक नवम्बर, 2016 से रखे कर्मचारी बिजली बिलों के वितरण का काम कर रहे हैं लेकिन संबंधित फर्म के किसी कर्मचारी का पूरा वेतन नहीं दिया जा रहा है। 2 महीने से लेकर 7 महीने तक का वेतन लंबित पड़ा हुआ है और इसके अलावा ई.पी.एफ. भी किसी कर्मचारी का पूरा जमा नहीं करवाया गया है।

फर्म का ठेकेदार डकार रहा ई.पी.एफ. का पैसा

उन्होंने कहा कि ई.पी.एफ. का पैसा भी फर्म का ठेकेदार डकार रहा है और प्रदेश सरकार और बोर्ड मैनेजमेंट मूकदर्शक बने हुए हैं। इम्प्लाइज यूनियन ने मांग की कि बिजली बोर्ड प्रबंधन से प्रदेश सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन कर्मचारियों को दिया जाए और तब तक डी.डी.ओ. ठेकेदार को पेमैंट पर रोक लगाई जाए तथा हर महीने के ई.पी.एफ . खाते में प्रत्येक कर्मचारी के पैसे जमा किए जाएं। संघ ने कार्यरत आऊटसोर्स कर्मचारियों के लिए स्थायी नीति बनाने की मांग की है।

ये रहे बैठक में मौजूद

बैठक में मुख्य सलाहकार पदम नाथ शर्मा, उपप्रधान बिहारी लाल, सुंदरनगर प्रधान दिनेश ठाकुर, नरेश चौहान आऊटसोर्स कर्मचारी, राजेंद्र, प्रेम सिंह, पंकज शर्मा, पंकज कुमार, जगदीश, नरेंद्र, नरेश, रीना, संदीप, गंगा सिंह, मेहर सिंह, राज नारायण सिंह, हितेश, तरुण गुप्ता, राजीव, राम समेत अन्य तमाम और कर्मचारी मौजूद रहे।

Vijay