SJVN बनाएगी जंगी-थोपान-पोवारी जलविद्युत परियोजना, 780 मैगावाट होगी क्षमता

Monday, Nov 26, 2018 - 12:00 AM (IST)

शिमला: सरकार ने किन्नौर जिले की 780 मैगावाट की जंगी-थोपान-पोवारी जलविद्युत परियोजना एस.जे.वी.एन. को सौंप दी है। ऊर्जा निदेशालय ने इसे लेकर लैटर ऑफ अवार्ड जारी कर दिया है और एस.जे.वी.एन. को यह परियोजना 6 साल में पूरी करनी होगी। आबंटन पत्र के अनुसार बिल्ट, ऑन, ऑप्रेेट एवं ट्रांसफर (बी.ओ.टी.) आधार पर यह परियोजना 70 वर्षों के लिए आबंटित की गई है। यह परियोजना लगभग 12 साल से अटकी हुई थी। एस.जे.वी.एन. को दो साल के भीतर इसकी डी.पी.आर. बनानी होगी तब जाकर परियोजना पर काम शुरू हो पाएगा।

2006 में ब्रेकल को आबंटित की थी परियोजना

इससे पहले सरकार वर्ष 2006 में यह परियोजना ब्रेकल को आबंटित की गई थी। ब्रेकल ने आदानी से 280 करोड़ रुपए की अपफ्रंट मनी लेकर सरकार को दी। बाद में यह मामला न्यायालय में गया। कोर्ट ने सरकार को इसे लेकर फैसला लेने के आदेश दिए। सरकार ने 2009 में प्रोजैक्ट का आबंटन रद्द कर दिया। पूर्व सरकार ने इसके लिए फिर से निविदाएं आमंत्रित भी की लेकिन मामला सिरे नहीं चढ़ पाया। सरकार ने कैबिनेट की मंजूरी के बाद यह प्रोजैक्ट एस.जे.वी.एन. को अवार्ड किया है। एस.जे.वी.एन. के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा ने इस परियोजना को समयबद्ध पूरा करने का भरोसा दिया है। 

जलविद्युत एस.जे.वी.एन. का मुख्य आधार

एस.जे.वी.एन. की वर्तमान स्थापित विद्युत क्षमता 2003.2 मैगावाट (1912 मैगावाट जलविद्युत + 85.6 मैगावाट पवन विद्युत + 5.6 मैगावाट सौर विद्युत) है। इस परियोजना के अलावा एस.जे.वी.एन. विभिन्न परियोजनाओं का निर्माण करने की प्रक्रिया में जो विकास की विभिन्न अवस्थाओं में है और इनके पूरा होने से क्षमता गत बढ़ौतरी 4018 मैगावाट हो जाएगी। नंदलाल शर्मा ने बताया कि जलविद्युत एस.जे.वी.एन. का मुख्य आधार है और कंपनी ने हिमाचल में देश के सबसे बड़े 1500 मैगावाट नाथपा झाकड़ी जलविद्युत स्टेशन के निर्माण का अनुभव है जोकि इस परियोजना के डाऊनस्ट्रीम में है। इसके अलावा हिमाचल में परियोजनाओं के निर्माण के साथ-साथ एस.जे.वी.एन. नेपाल, भूटान तथा उत्तराखंड में भी परियोजनाएं बना रही है।

Vijay