फर्जी डिग्री केस : SIT ने बीकॉम की डिग्री हासिल करने वाले को दिल्ली से दबोचा

Wednesday, Sep 23, 2020 - 11:07 PM (IST)

शिमला (राक्टा): मानव भारती विश्वविद्यालय के डिग्री फर्जीवाड़े की जांच में जुटी एसआईटी ने दिल्ली से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्ति केवल शर्मा ने मानव भारती विश्वविद्यालय से फर्जी डिग्री हासिल की थी। जांच के दौरान उक्त व्यक्ति ने दावा किया था कि उसने मानव भारती विश्वविद्यालय से वर्ष 2010-13 के दौरान बीकॉम की डिग्री हासिल की है लेकिन एसआईटी की छानबीन में संबंधित डिग्री फर्जी पाई गई। इसके साथ ही आगामी दिनों में कुछ अन्य चेहरों पर भी जांच टीम शिकंजा कस सकती है। एसआईटी की एक टीम बाहरी राज्यों में सक्रिय है। हालांकि अभी जांच टीम ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि गिरफ्तार व्यक्ति ने कितने रुपयों में फर्जी डिग्री प्राप्त की और उसके आधार पर कोई नौकरी प्राप्त की गई थी या नहीं।

डिग्रियों की जांच में जुटी हैं 4 टीमें

लाखों डिग्रियों की जांच को लेकर 4 टीमें गठित की गई हैं। सोलन स्थित मानव भारती विश्वविद्यालय पर फर्जी डिग्री के लगे आरोपों के तहत 3 आपराधिक मामले अभियोग संख्या 22/20, 26/20 व 27/20, जेलधारा 420, 467, 468 व 120-बी भारतीय दंड संहिता के अंतर्गत थाना धर्मपुर जिला सोलन में पंजीकृत किए गए हैं। जांच में खुलासा हुआ है कि मानव भारती विश्वविद्यालय ने इसकी स्थापना के बाद से उम्मीदवारों को बड़ी संख्या में फर्जी डिग्रियां जारी कीं और इसके बदले उनसे काफी पैसे लिए।

अधिनियम 2009 के अनुसार हुई थी विश्वविद्यालय की स्थापना

मानव भारती चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वामित्व में मानव भारती विश्वविद्यालय की स्थापना मानव भारती विश्वविद्यालय (स्थापना और विनियमन) अधिनियम 2009 के अनुसार की गई थी। मानव भारती चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष राज कुमार राणा हैं और उनकी पत्नी व पुत्री ट्रस्ट के न्यासी हंै। इसी ट्रस्ट के तत्वावधान में वर्ष 2013 में माधव विश्वविद्यालय राजस्थान की स्थापना की गई थी। वहां की जांच एजैंसी अलग से मामले की जांच कर रही है और आरोपी के कारनामों की पोल खुलती जा रही है।

एसआईटी के साथ ईडी-आयकर विभाग भी कर रहे जांच

फर्जी डिग्री मामले की जांच के लिए 19 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। इसके साथ ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अलावा आयकर विभाग भी जांच में जुटा है। आयकर विभाग और प्रवर्तन निदेशालय ने भी एक-एक अधिकारी को मामले की जांच में एसआईटी के सहयोग के लिए आधिकारिक रूप से लगाया है। मामले में जांच काफी आगे बढ़ चुकी है और जल्द ही इसमें कुछ बड़े खुलासे हो सकते हंै।

फर्जी डिग्री से अर्जित कीं अकूत संपत्तियां 

अब तक जांच में खुलासा हो चुका है कि मानव भारती चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष राज कुमार राणा ने फर्जी डिग्रियां जारी कर काफी संपत्तियां अर्जित की हैं। ऐसे में जांच में मिले साक्ष्य के आधार पर राज कुमार राणा की संपत्ति और उसके आय के स्रोतों इत्यादि की जांच में आयकर विभाग भी सहयोग कर रहा है।

Vijay