Shimla: पुराने बस स्टैंड में घुसा पानी बना तालाब, यात्री हुए परेशान, निगम प्रबंधन के प्रबंध पर उठाए सवाल

punjabkesari.in Monday, Sep 09, 2024 - 09:29 AM (IST)

शिमला, (राजेश): राजधानी शिमला ऐसे तो कहने के लिए स्मार्ट सिटी है, लेकिन शिमला शहर में स्मार्ट सिटी की तरह सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। रविवार को दोपहर बाद हुई भारी बारिश ने एच. आर. टी. सी. निगम प्रबंधन के प्रबंध पर सवाल उठा दिए। भारी बारिश के बीच पुराना बस स्टैंड में पानी घुस गया और तालाब जैसी स्थिति बन गई, जिससे भारी बारिश में न तो लोगों को बाहर जाने की जगह थी और न ही बस स्टैंड में खड़े होने की। ऐसे में लोगों की भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

वहीं इस दौरान यात्रियों व बारिश से बचने के लिए बस अड्डे में आए लोगों ने निगम प्रबंधन के प्रबंधों पर भी सवाल उठाए। कांगड़ा जाने वाले और आई. एस. बी.टी. को बस लेने पहुंचे एक यात्री अरविंद शर्मा सहित अन्य स्थानीय क्षेत्रों को जाने वाले यात्री रमेश कुमार, हरिंद्र ठाकुर व प्रदीप ठाकुर ने कहा कि ऐसे तो शिमला शहर को स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त है लेकिन शहर के पुराने बस स्टैंड में ही बारिश के बीच सिर छुपाने तक की जगह नहीं है, जिससे अक्सर लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह समस्या आज की नहीं बल्कि कई सालों से ऐसे ही हैं, लेकिन न तो सरकार और न ही प्रबंधन इस पर कोई सुविधा प्रदान कर सका है। 

बस का इंतजार करने के लिए नहीं कोई रेन शैल्टर

प्रदेश के हर बस अड्डे में बारिश या कड़ी धूप से बचने के लिए रेन शैल्टर व बस अड्डों में ऐसी जगह बनाई गई है, जहां बारिश हो या धूप यात्री आसानी से खड़े होकर बस का इंतजार कर सकते हैं लेकिन राजधानी शिमला का पुराना बस स्टैंड एक ऐसा बस स्टैंड है, जहां यात्रियों को खड़े होने की जगह ही बहुत कम है। शिमला का पुराना बस स्टैंड शहर का मुख्य बस स्टैंड है।

यहां से शिमला ग्रामीण के लिए बस सुविधा मिलती है और इस बस स्टैंड में लोगों की आवाजाही हमेशा बनी रहती है। यही नहीं, शिमला घूमने आने वाले कई पर्यटक भी इसी बस स्टेंड आई. एस.बी.टी. के लिए बसें लेते । इसके अतिरिक्त एच. आर. टी. सी. का मुख्यालय भी यहाँ स्थित है, लेकिन इसके बावजूद भी पुराना बस स्टैंड में यात्रियों को बारिश में खड़े होने तक जगह नहीं मिलती है।


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Content Editor

Jyoti M

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