प्रदेश के 2797 सीनियर सैकेंडरी स्कूल होंगे डिजिटल

Thursday, Jun 02, 2022 - 06:55 PM (IST)

शिमला (प्रीति): प्रदेश के 2797 सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूल अब डिजिटल बनेंगे। इसेे लेकर शिक्षा विभाग ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके तहत इन स्कूलों को आधुनिक तकनीक से लैस किया जाएगा। इन सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी डिजिटल पढ़ाई करेंगे। कोरोना महामारी में तकनीक के अभाव में आए पढ़ाई क ा गैप अब आगे बाधा न बने, इसे लेकर यह पहल की जा रही है। हालांकि राज्य के कई स्कूलों में स्मार्ट क्लास की सुविधा है, लेकिन यह नाकाफी है, ऐसे में अब विभाग पहले चरण में प्रदेश के 50 सीनियर सैकेंडरी स्कू लों को डिजिटल करने जा रहा है। बताया जा रहा है कि विभाग जल्द इन स्कूलों का चयन कर लेगा। इसके लिए जिला शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दे दिए गए हैं। इन स्कूलों में ऑनलाइन क्लासिज से लेकर ई-लाइब्रेरी तक की सुविधा होगी। इनमें स्मार्ट क्लासरूम, ऑनलाइन क्लासिज, ई-लाइब्रेरी, ई-अटैंडैंस, इंटीरियर रैनोवेशन, वॉल पेंटिंग, मॉडर्न बाथरूम, ड्रिकिंग वाटर, टीचर ट्रेङ्क्षनग, हार्डवेयर ओरिएंटेशन, कम्प्यूटर, इंटरनैट कनैक्टीविटी और फर्नीचर शामिल हैं। इन स्कूलों को एक-दूसरे के साथ भी जोड़ा जाएगा। ऐसे में एक शिक्षक दूसरे स्कूल के विद्यार्थियों को भी ऑनलाइन पढ़ा सकेंगे। इन स्कूलों में पहली से 12वीं कक्षा के विद्याॢथयों को यह सुविधा मिलेगी। यदि विद्यार्थी किसी दिन स्कूल में अनुपस्थित रहता है, तो वह ऑनलाइन क्लास में शामिल हो सकेगा। इससे उसकी पढ़ाई भी प्रभावित नहीं होगी।

केंद्र व राज्य सरकार से लिया जाएगा वित्तीय सहयोग
शिक्षा विभाग की मानें तो इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार से वित्तीय सहयोग लिया जाएगा। इसमें उत्कृष्ट स्कूल योजना को भी मर्ज किया जा सकता है। इसके तहत भी स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। स्वर्ण जयंती उत्कृष्ट विद्यालय योजना के तहत हर विधानसभा क्षेत्र से एक-एक सीनियर सैकेंडरी स्कूल को स्मार्ट बनाया जा रहा है। इसमें चयनित विद्यालयों को प्रदेश सरकार की तरफ से प्रति पाठशाला 44-44 लाख रुपए की ग्रांट मिलेगी। उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत कुमार शर्मा का कहना है कि प्रदेश के 2797 सरकारी सीनियर सैकेंडरी स्कूलों को डिजिटलाइज करने की योजना है, जिस पर कार्य शुरू कर दिया है।

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Kuldeep