बर्फबारी के बाद 3 दिन से अंधेरे में डूबे शिमला ग्रामीण-शहरी क्षेत्र

Sunday, Feb 07, 2021 - 12:16 AM (IST)

शिमला (राजेश/अम्बादत्त): राजधानी शिमला के साथ लगते शिमला ग्रामीण क्षेत्र बर्फ बारी के बाद 3 दिन से अंधेरे में डूबे हुए हैं। वीरवार को भारी हिमपात के बीच गुल हुई बिजली शिमला ग्रामीण के विभिन्न क्षेत्रों व शहर के कुछेक क्षेत्रों में 3 दिन बाद भी बहाल नहीं हो पाई है, ऐसे में कड़ाके की ठंड के बीच बिजली उपभोक्ताओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि बिजली बोर्ड के अधिकारी व कर्मचारी बिजली आपूर्ति बहाल करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं लेकिन कोशिशों के बाद भी 3 दिन से बिजली बहाल नहीं हो पाई है।

जानकारी के अनुसार शिमला ग्रामीण के क्षेत्रों में 132 केवी जतोग लाइन, 66 केवी व अन्य ट्रांसफार्मरों से बिजली की तारें टूटी होने से बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। विद्युत अधिकारियों के अनुसार बर्फबारी के बाद पेड़ों के गिरने से बिजली की तारें आपस में उलझ गई हैं, वहीं विभिन्न स्थानों पर तारें टूटी भी हैं। बिजली की तारों को जोड़ा जा रहा है और कई स्थानों पर नई तारें भी डाली गई हैं। एचटी लाइन टूटने और ट्रांसफार्मर से 11 केवी की लाइन टूटने से शिमला ग्रामीण के फायल, शोघी, जुब्बड़हट्टी, सायरी, जाठिया देवी, घंडल, भनूटी, रामपुरी व आसपास के क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बाधित है। विद्युत आपूर्ति बाधित होने से माइनस तापमान में लोगों को ठंड में ठिठुरना पड़ रहा है।

टुटू में 2 पावर हाऊस, फिर भी बिजली नहीं

नगर निगम शिमला के उपनगर टुटू व मज्याठ वार्ड में 32 केवी और 66 केवी के 2-2 पावर हाऊस होने के बावजूद भी पहली बर्फबारी में क्षेत्र में बिजली गुल हो जाती है जबकि टुटू से ही शिमला शहर के अधिकतम क्षेत्रों को बिजली की आपूर्ति की जाती है लेकिन टुटू वासियों के लिए दीपक तले अंधेरा होने वाली बात है। जब भी बर्फ बारी या फिर हल्का तूफान हो तो बिजली गुल हो जाती है। व्यापार मंडल प्रधान टुटू राजीव सूद ने कहा कि टुटू पूरे शिमला को बिजली देता है लेकि न खुद अंधेरे में रहता है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि व्यापार मंडल और स्थानीय निवासी पिछले 4 सालों से बोर्ड से बिजली लाइन अंडरग्राऊंड करने और दोनों वार्डों को बिजली की उचित व्यवस्था करने की मांग कर रहे हैं लेकिन बिजली बोर्ड मांग को अनसुना कर रहा है। अब इस मामले में जल्द ही मुख्यमंत्री से मिला जाएगा और समस्या को उनके समक्ष रखा जाएगा।

क्या कहते हैं बिजली बोर्ड के अधिकारी

बाधित बिजली आपूॢत को बहाल करने के बारे में अधिकारियों ने बताया कि बर्फबारी से बोर्ड को भारी नुक्सान हुआ है। लाइनें टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित हुई थी। शिमला शहर में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई थी, वहीं शिमला ग्रामीण क्षेत्रों शोघी लाइन में देर शाम तक बिजली आपूर्ति बहाल कर दी है।

ऊपरी शिमला के लगभग 124 लिंक रोड अभी भी बंद, मुख्य मार्ग खुले

शिमला जिला में भारी बर्फबारी के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ऊपरी शिमला के अधिकतर क्षेत्रों के लिंक रोड तीसरे दिन भी पूरी तरह से नहीं खुल पाए हैं। जिला प्रशासन दिन-रात सड़कों से बर्फ हटाने का काम कर रहा है। शनिवार को प्रशासन के आलाधिकारी खुद सड़कों पर मौजूद रहे व सड़कों को साफ करवाया। वहीं बर्फ हटाने के बाद पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों द्वारा सड़कों पर रेत-बजरी आदि डाली गई। रेत डालने का काम ऊपरी शिमला के मुख्य मार्गों पर भी शनिवार को जारी रहा। खासकर फिसलन वाली जगहों पर कर्मचारियों ने मिट्टी व रेत आदि डाली। गौर रहे कि जिला प्रशासन द्वारा जिला में भारी बर्फ बारी के बावजूद जिला की मुख्य सड़कों को यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। जिला के मुख्य मार्ग खड़ापत्थर, खिड़की व नारकंडा को भारी बर्फबारी के बावजूद यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। शिमला नगर के सभी मार्गों को आवागमन और यातायात के लिए खोल दिया गया है।

जिलाधीश शिमला ने ऊपरी शिमला की सड़कों का किया मुआयना

जिलाधीश शिमला आदित्य नेगी ने ऊपरी शिमला को जोडऩे वाली सड़कों को किस तरह से साफ किया जा रहा है, इसके बारे व्यक्तिगत रूप से निगरानी की। उन्होंने फागू, ठियोग, नारकंडा, कुफरी व मशोबरा आदि सड़कों का मुआयना किया। उन्होंने फिसलन वाली जगहों पर सुबह व शाम 2 बार रेत व बजरी डालने के कर्मचारियों को निर्देश दिए। उन्होंने जिला की समस्त जनता से अपील की है कि यदि किसी को कोई परेशानी आ रही हो तो वह 1077 पर सूचित कर सकता है। यह नंबर टोल फ्री है। जिलाधीश ने विद्युत व जलापूर्ति को सुचारू बनाए रखने के लिए संबंधित विभागों को सख्त निर्देश जारी किए हैं।

ऊपरी शिमला के ये लिंक रोड हैं बंद

शिमला जिला के ऊपरी क्षेत्रों में 2 से 3 फुट के करीब बर्फबारी हुई है। ऊपरी शिमला के लगभग 124 के करीब लिंक रोड अभी भी बंद पड़े हुए हैं। इन मार्गों को खोलने का काम किया जा रहा है। ऊपरी शिमला के चौपाल में 15 लिंक रोड, ठियोग के 14, रोहड़ू के 68, रामपुर के 14, कुमारसैन के 10 तथा डोडराक्वार के 3 लिंक रोड अभी भी बंद हैं। इन मार्गों को खोलने के लिए प्रशासन ने सरकारी व ठेकेदारों की मशीनों को बर्फ हटाने के लिए लगा दिया है। शुक्रवार को प्रशासन ने ऊपरी शिमला के सभी मुख्य मार्गों को खोल दिया है।

कोहरे से बंद हुईं सड़कें, एमसी ने रेत डाल फिसलन को किया कम

राजधानी शिमला में बर्फबारी के बाद कोहरा पडऩे से शहर की सड़कें शीशा बन चुकी हैं, जिन पर आम जनता का चलना मुश्किल हो गया है। ऐसे में सड़कों की फिसलन को कम करने के लिए नगर निगम प्रशासन रोड पर रेत डाल फिसलन को कम कर रहा है। शहर के आईजीएमसी से संजौली, जोधा निवास से छोटा शिमला, सीटीओ से विधानसभा, चौड़ा मैदान, नवबहार, संजौली, मालरोड, रिज, जाखू, केएनएच व हाईकोर्ट रोड समेत अन्य सड़कों पर जहां कोहरा जमा हुआ था, वहां नगर निगम ने इन सड़कों पर रेत डाल कर फिसलन को कम किया है। नगर निगम प्रशासन का कहना है कि एम.सी. ने स्थिति से निपटने के लिए 172 अतिरिक्त खान लेबर हायर की है, जो सड़कों व रास्तों से बर्फ हटाने के काम में लगी हुई है। शनिवार तक सभी सड़कों को साफ कर दिया गया है।

कोहरे से शहर में समय पर नहीं पहुंची दूध-ब्रैड की सप्लाई

राजधानी में कोहरा पडऩे से सड़कों पर सुबह के समय ट्रैफिक बंद रहा। सड़कों पर फिसलन अधिक होने के चलते जरूरत के वस्तुएं लोगों को समय पर नहीं मिल सकी हैं। शनिवार को शहर के अधिकतर क्षेत्रों में लोगों को दूध व ब्रैड आदि समय पर नहीं मिल पाए, जिससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। कई क्षेत्रों में दोपहर बाद व शाम के समय दूध व ब्रैड समेत कई अन्य आवश्यक वस्तुएं मिल सकी हैं।

Content Writer

Vijay