शिमला रेप मामला : पीड़िता ने पुलिस का सहयोग करने से किया इंकार

Wednesday, May 01, 2019 - 10:04 PM (IST)

शिमला: दुष्कर्म पीड़ित युवती अपनी शिकायत वापस लेने को पूरी तरह से तैयार हो गई है। सूत्रों के मुताबिक जहां युवती ने कोर्ट में साफ कहा था कि वह अपनी शिकायत वापस लेना चाहती है, वहीं युवती पुलिस से भी अब यही कह रही है कि वह अपनी शिकायत वापस लेना चाहती है, ऐसे में अब पुलिस भी युवती से ज्यादा पूछताछ नहीं कर पा रही है। इस मामले में अब युवती पुलिस का भी सहयोग नहीं कर रही है, ऐसे में पुलिस को अब मामले की कार्रवाई करना मुश्किल हो गई है।

विशेष जांच दल जारी रखेगा अपनी कार्रवाई

उधर, 19 वर्षीय पीड़िता द्वारा बलात्कार के आरोप से इंकार करने के बावजूद विशेष जांच दल (एस.आई.टी.) अपनी कार्रवाई जारी रखेगा और मामले की निष्पक्ष जांच करेगा। ए.डी.एम. लॉ एंड ऑर्डर प्रभा राजीव की मैजिस्ट्रियल रिपोर्ट 24 घंटे के भीतर सौंपी जाएगी। बताया जा रहा है कि उन्होंने कुछ पुलिस कर्मियों से पूछताछ की है। बताया जा रहा है कि मैजिस्ट्रियल जांच की सामग्री को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा।

युवती ने दी है शिकायत तो पुलिस कर्मियों पर गाज गिरना तय

पीड़िता मंगलवार को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में अपनी शिकायत से पीछे हट गई थी और कथित तौर पर बलात्कार और अपहरण के आरोपों से इंकार कर दिया था। वह गुड़िया हैल्पलाइन का नंबर लेने के लिए रविवार शाम को लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी पर गई थी और बाद में रात करीब 10 बजे फोन करके आरोप लगाया था कि उसे ढली सुरंग के पास अगवा किया गया था और उसके साथ दुराचार किया गया था। युवती का यह आरोप था कि लक्कड़ बजार चौकी वालों ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की थी, ऐसे में मुख्यमंत्री ने मैजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। अगर युवती ने शिकायत लक्कड़ बाजार चौकी में दी होगी तो पुलिस कर्मियों पर भी गाज गिरना तय है। बताया जा रहा है कि ए.डी.एम. लॉ एंड ऑर्डर वीरवार को मैजिस्ट्रियल रिपोर्ट सौंपेंगी।

मैडीकल रिपोर्ट में भी उलझी पुलिस

मैडीकल रिपोर्ट को लेकर भी पुलिस उलझ रही है। बताया जा रहा है कि जो पहले मैडीकल रिपोर्ट आई थी उसे कुछ अधिकारी संतुष्ट नहीं थे, ऐसे में ओपीनियन फिर से मांगी गई है लेकिन अभी तक फाइनल रिपोर्ट नहीं आई है। सूत्रों के मुताबिक रिपोर्ट कुछ प्रतिशत ठीक नहीं थी, ऐसे में फाइनल ओपीनियन मांगी गई है। पुलिस अब फाइनल ओपीनियन का इंतजार कर रही है। वहीं पुलिस को जो ढांक से युवती का मोबाइल फोन बरामद हुआ था उसकी ने कॉल डिटेल को भी पुलिस ने खंगाल लिया है।

एस.आई.टी. टीम ने पहले दिन 8 लोगों से की पूछताछ

दुष्कर्म मामले में गठित की गई एस.आई.टी. ने पहले दिन ढली क्षेत्र में 8 लोगों से पूछताछ की और दुष्कर्म करने के सबूत जुटाए। पुख्ता सबूत जुटाने के लिए बुधवार को पूरे दिनभर एस.आई.टी. की टीम ढली क्षेत्र में डटी रही। फिलहाल दुष्कर्म के कोई सबूत हाथ नहीं लगे हैं। युवती का आरोप था कि गाड़ी में 3 लड़के थे, जिसमें से एक गाड़ी से उतरा और उसने उसे गाड़ी में बिठाया। उसके बाद उसे अपहरण करके ले गए लेकिन अपहरण का खुलासा पुलिस की जांच में नहीं हुआ है। पुलिस ने यह तय कर लिया है कि फुटेज में अपहरण का कोई साक्ष्य सामने नहीं आया है।

पुलिस कर रही ये दावा

पुलिस का दावा है कि जब सी.सी.टी.वी. फुटेज को खंगाला गया है तो उसमें शिव मंदिर से आगे हिल ग्रो स्कूल तक युवती अकेली पैदल जाती हुई दिख रही है। अन्वेषण के दौरान गाड़ी को ढूंढने के लिए शिव मंदिर से हिल ग्रो स्कूल भट्टाकुफर तक करीब 1.5 किलोमीटर तक सी.सी.टी.वी. कैमरों की फुटेज को चैक किया गया है लेकिन उसमें अपहरण के कोई सबूत नहीं मिले हैं। अब सवाल तो यह है कि लड़की फिर कैसे दुष्कर्म की शिकार हुई है। इसका पता लगाने के लिए पुलिस पुख्ता सबूत जुटा रही है।

क्या बोले एस.पी. शिमला

एस.पी. शिमला ओमापति जम्वाल ने बताया कि एस.आई.टी. ने अपना काम शुरू कर दिया है। मामले की गंभीरता से कार्रवाई की जा रही है। सी.सी.टी.वी. कैमरे को खंगाला गया है। उसमें अपहरण के कुछ पुख्ता सबूत हाथ नहीं लगे हैं। मामले को लेकर कार्रवाई जारी है।

Vijay