Himachal: मुख्यमंत्री राहत कोष में 1 दिन की बेसिक पैंशन देंगे पैंशनर्ज
punjabkesari.in Saturday, Jul 12, 2025 - 09:59 PM (IST)

शिमला (राक्टा): हिमाचल में प्राकृतिक आपदा से भारी नुक्सान हुआ है। ऐसे में प्रदेश के पैंशनर्ज आपदा प्रभावितों की मदद काे लेकर अपनी एक दिन की बेसिक पैंशन मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे। हिमाचल प्रदेश पैंशनर्ज वैल्फेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष आत्मा राम शर्मा ने शनिवार को शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में यह बात कही। उन्होंने कहा कि अन्य कर्मचारी संगठन को भी इस दिशा में आगे आना चाहिए। वर्ष 2023 में भी जब आपदा आई थी तब भी पैंशनर्ज ने 1 दिन की बेसिक पैंशन (करीब 13.30 करोड़ की राशि) मुख्यमंत्री राहत कोष में दी थी। उन्होंने कहा कि आपदा की घड़ी में पैंशनर्ज एसोसिएशन सरकार और हर प्रभावितों के साथ पूरी मजबूती के साथ खड़ी है। आत्मा राम शर्मा ने कहा कि पैंशनर्ज एसोसिएशन की राज्य कार्यकारिणी का गठन संविधान के अनुरूप किया गया है।
इसी कड़ी में बीते दिन नवनियुक्त कार्यकारिणी के एक प्रतिनिधिमंडल ने उनके नेतृत्व में सचिवालय में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से मुलाकात की। इस दौरान मुख्यमंत्री से जहां डीए की अधिसूचना जारी करने की मांग की है, वहीं एसोसिएशन के साथ जेसीसी बैठक बुलाने की भी मांग रखी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि जल्द ही सरकार के साथ पैंशनर्ज की मांगों को लेकर जेसीसी की बैठक होगी। उन्होंने कहा कि पैंशनर्ज का 3 फीसदी डीए अभी तक नहीं मिला है, वहीं मैडीकल बिलों की अदायगी भी नहीं हो रही है। ऐसे में मुख्यमंत्री के समक्ष पैंशनर्ज का पक्ष रखा गया है। इस अवसर पर अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
कमजोर करने के हो रहे प्रयास
आत्मा राम शर्मा ने कहा कि कुछ स्वयंभू नेता पैंशनर्ज एसोसिएशन को कमजोर करने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये वही हैं जो कभी सरकार को बर्खास्त करने तो कभी प्रदेश में फाइनांस एमरजैंसी लगाने की बात करते हैं जबकि पैंशनर्ज एसोसिएशन गैर राजनीतिक है। उन्होंने कहा कि समांतर गुट ने एडहॉक कमेटी बनाकर 59 पदाधिकारी नियुक्त कर दिए जबकि संविधान कहता है कि 10 से ज्यादा पदाधिकारी राज्य कार्यकारिणी में नहीं हो सकते। नियमों के विपरीत 3 के बदले 4 वरिष्ठ उपाध्यक्ष बना दिए गए।
दावा, अधिकांश जिलों के डैलीगेट साथ
आत्मा राम शर्मा ने एक सवाल के जवाब में कहा कि दूसरा गुट जबरन संगठन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा और मामला रजिस्ट्रार को-ऑप्रेटिव सोसायटी में है। को-आप्रेटिव सोसायटी ने अपने आदेशों में केवल शिमला शहरी इकाई के चुनाव रोकने को कहा था। उन्होंने कहा कि एक-दो जिलों को छोड़कर अधिकांश जिलों के डैलीगेट उनके साथ थे और उनके नेतृत्व में ही संगठन बनाया गया है।
सरकार के पिट्ठू फिर तरफदारी में जुट गए : सुरेश ठाकुर
पैंशनर्ज एसोसिएशन के समांतर गुट के अध्यक्ष सुरेश ठाकुर ने कहा कि सरकार के पिट्ठू अब फिर सरकार की तरफदारी में जुट गए हैं। उन्होंने कहा कि पैंशनर्ज की मांगों को मनवाने के बजाय आत्मा राम शर्मा ने जो पैंशनर्ज की एक दिन की बेसिक पैंशन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा की है, उसकी वह कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। उन्होंने कहा कि वह जल्द से जल्द अपनी घोषणा को वापस लें। उन्होंने कहा कि जो चुनाव बीते 6 जुलाई को सुंदरनगर में हुए हैं, वे असंवैधानिक हैं। ऐसे में पैंशनर्ज आत्मा राम शर्मा को एसोसिएशन का अध्यक्ष नहीं मानते हैं।