स्ट्राइक: मैडीकल कालेजों व अस्पतालों में डेढ़ घंटे नहीं मिला उपचार, मरीज हुए लाचार

Monday, May 29, 2023 - 10:19 PM (IST)

शिमला (जस्टा): प्रदेश में नए भर्ती होने वाले डाक्टरों के लिए बंद किए एन.पी.ए. को लेकर डाक्टर एसोसिएशन ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सभी मैडीकल कालेजों, अस्पतालों व पशुपालन विभाग में डाक्टरों ने सोमवार को 9.30 से 11 बजे तक पैन डाऊन स्ट्राइक की। इस दौरान आपातकालीन सेवाएं तो जारी रहीं, लेकिन ओ.पी.डी. व ऑफिस में डाक्टरों ने काम बंद किया। डेढ घंटे तक डाक्टरों ने मरीजों का उपचार नहीं किया। ऐसे में मरीजों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। ओ.पी.डी. में जैसे ही स्ट्राइक के बाद डाक्टर वापस लौटे तो काफी भीड़ देखने को मिली। गौर रहे कि चार दिन पहले-पहले डाक्टर को स्वास्थ्य मंत्री ने वार्ता के लिए बुलाया था, लेकिन वार्ता असफल रही। जिसके चलते अब डाक्टर स्ट्राइक पर उतर गए हैं। अभी तक सरकार की तरफ से कोई निर्णय नहीं लिया गया है ऐसे में डाक्टरों में भी रोष पनप गया है। डाक्टरों ने सरकार को चेताया है कि एन.पी.ए. बहाल किया जाए वरना आगामी दिनों में आंदोलन तेज होगा।

आयुर्वेद विभाग में डाक्टरों ने नहीं की स्ट्राइक
आयुर्वेद विभाग के डाक्टरों ने पैन डाऊन स्ट्राइक नहीं की। हिमाचल प्रदेश आयुर्वेद डाक्टर एसोसिएशन के वाइस प्रैजीडैंट देव वर्मा ने कहा कि इसको लेकर अभी बैठक होनी है उसके बाद ही कुछ निर्णय लिया जाएगा। आयुर्वेद में डाक्टरों ने अभी ओ.पी.डी. में ड्यूटी दी है। बैठक में क्या निर्णय लिया जाना है उसके बाद ही कुछ बताया जा सकता है।

जब तक सरकार वार्ता के लिए न बुलाती, जारी रहेगी स्ट्राइक
महासचिव पशु पालन विभाग आयुर्वेद विभाग हि.प्र.मधुर गुप्ता का कहना है कि नए भर्ती होने वाले डाक्टरों के लिए एन.पी.ए. बंद करना एक बहुत बड़ी बात है। इसको लेकर सरकार ने अधिसूचना भी जारी कर दी है। हमने पूरे प्रदेश के पशुपालन विभाग में डेढ घंटे की पैन डाऊन स्ट्राइक की है। इस दौरान आपातकालीन सेवाएं जारी रखी गईं। सरकार जब तक हमें वार्ता के लिए नहीं बुलाती है तब तक पूरे प्रदेश में स्ट्राइक जारी रहेगी।

सरकार शीघ्र ले निर्णय, वरना आंदोलन होगा तेज
अध्यक्ष एच.एम.ओ.ए. हि.प्र. राजेश राणा का कहना है कि हमने पूरे प्रदेश के स्वास्थ्य संस्थानों, मैडीकल कालेजों व अस्पतालों में डेढ की पैन डाऊन स्ट्राइक की है। सरकार से हम बार-बार यह मांग कर रहे हैं कि डाक्टरों के साथ अन्याय न किया जाए, लेकिन सरकार गंभीर होती नजर नहीं आ रही है। डाक्टर का एन.पी.ए. जो सरकार ने बंद किया है उस निर्णय को तुरन्त वापस लिया जाना चाहिए वरना आगामी दिनों में आंदोलन तेज होगा। अभी रोजाना पैन डाऊन स्ट्राइक चलती रहेगी। अगर सरकार से कोई जवाब नहीं आता है तो उसके बाद आगामी रणनीति तैयार की जाएगी।

अस्पतालों में नहीं आने दी जाएगी मरीजों को दिक्क
स्वास्थ्य मंत्री हि.प्र. डा. कर्नल धनीराम शांडिल ने कहा कि  हमने डाक्टरों को पहले भी वार्ता के लिए बुलाया था। उन्हें आश्वासन दिया है कि शीघ्र ही इस बारे में मुख्यमंत्री से बात की जाएगी। डाक्टर अस्पतालों में काम करते रहे जल्द ही समस्या का हल निकाला जाएगा। मरीजों को प्रदेश के अस्पतालों में दिक्क तें नहीं आने दी जाएंगी।

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Kuldeep