तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 53 सड़कें अवरुद्ध

Monday, Nov 16, 2020 - 11:36 PM (IST)

शिमला/मनाली (देवेंद्र /सोनू): हिमाचल के मशहूर पर्यटन स्थल कुफरी, नारकंडा और खड़ापत्थर में डेढ़ दशक से अधिक समय बाद नवम्बर के दूसरे सप्ताह में हिमपात हुआ है। तीन महीने के ड्राई स्पैल के बाद अधिक ऊंचे क्षेत्रों में सीधे बर्फबारी और मध्यम व कम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश से प्रदेशवासियों ने राहत की सांस ली है। बर्फबारी से तीन राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 53 से ज्यादा सड़कें यातायात के लिए अवरु द्ध हो गई हैं। इससे सोमवार दोपहर तक एच.आर.टी.सी. और निजी बसों के 50 से ज्यादा रूट भी प्रभावित हुए। ताजा हिमपात से भारत-तिब्बत को जोडऩे वाला एन.एच.-5 कुफरी व नारकंडा में, ठियोग-रोहड़ू एन.एच. खड़ापत्थर में, एन.एच. 305 सैंज-लूहरी जलौड़ी जोत के पास और चौपाल को जोडऩे वाला स्टेट हाईवे खिड़की के पास अवरुद्ध हो गया। पी.डब्ल्यू.डी. के एन.एच. विंग ने सोमवार सुबह मशीनरी चलाकर कुफरी में सड़क को दोपहर 12 बजे तक, नारकंडा एक बजे और खड़ापत्थर में दोपहर बाद तीन बजे तक बहाल कर दिया।

एन.एच. 305 मंगलवार दोपहर तक बहाल हो पाएगा। इससे सुबह से समय ऊपरी शिमला के कुछ इलाकों में दैनिक उपयोग की खाद्य वस्तुएं दूध, ब्रैड, दही व सब्जियों की सप्लाई भी नहीं पहुंच पाई। प्रदेशभर में 53 से ज्यादा सड़कें बर्फबारी के कारण बंद हैं। पी.डब्ल्यू.डी. का दावा है कि देर शाम तक दोनों एन.एच. सहित ज्यादातर सड़कें बहाल कर दी जाएंगी। अधिक ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी शुरू होते ही बिजली की आंख-मिचौली भी शुरू हो गई। उधर, पर्यटन नगरी मनाली में सॢदयों की पहली बर्फबारी हुई है। मनाली में 2 इंच, रोहतांग दर्रे में एक फुट जबकि जिला मुख्यालय केलांग में 3 इंच बर्फ  गिरी है। गत दिनों सैंट्रल हिमालया बारालाचा की ओर से बर्फबारी हुई जिससे लाहौल घाटी के पहाड़ों में अधिक बर्फबारी हुई। इस बार पीर पंजाल रेंज से बर्फबारी की शुरूआत हुई जिससे लाहौल की बजाय कुल्लू जिला के पहाड़ों में अधिक बर्फ  गिरी है। पर्यटन स्थल डल्हौजी के लक्कड़ मंडी में भी इस सीजन का पहला हिमपात हुआ है। यहां बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। दूसरी ओर बारालाचा, लाचुंगका व तांगलांग ला में बर्फबारी होने से मनाली-लेह मार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है।  शिंकुला दर्रे में बर्फ पडऩे से जांस्कर घाटी का लाहौल से संपर्क कट गया है।

 

Kuldeep