हिमाचल में चीन की तरफ से आने वाले ड्रोन ने बढ़ाई परेशानी, राज्यपाल ने रक्षा मंत्री को लिखा पत्र

Monday, Jun 29, 2020 - 08:14 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): चीन की तरफ से हिमाचल प्रदेश की सीमा में ड्रोन के आने से सुरक्षा के दृष्टिगत परेशानी बढ़ गई है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने चीन की इन गतिविधियों को देखते हुए केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है, जिसमें चीन की तरफ से आने वाले ड्रोन से निपटने के लिए पर्याप्त बंदोबस्त करने की आवश्यकता जताई है। उन्होंने प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर और लाहौल-स्पीति में सुरक्षा घेरा बढ़ाने के साथ क्षेत्र में सड़क, संचार एवं वायु परिवहन व्यवस्था में सुधार लाने की मांग की है। राज्यपाल ने अपने पत्र में सीमावर्ती क्षेत्रों को लेकर कुछ एहतियाती उपाय सुझाए हैं। इसमें कहा गया है कि तिब्बत और चीन के साथ हिमाचल प्रदेश की 260 किलोमीटर लंबी सीमा है, ऐसे में किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारतीय सेना की केवल एक स्वतंत्र ब्रिगेड किन्नौर जिला के पूह में तैनात है और भविष्य में भारतीय सेना की एक स्वतंत्र माऊंटेन डिवीजन की तैनाती की जानी चाहिए।

स्पीति क्षेत्र में एक हवाई पट्टी के निर्माण की आवश्यकता
इसी तरह लाहौल-स्पीति में सैनिकों की तुरंत तैनाती के लिए स्पीति क्षेत्र में एक हवाई पट्टी के निर्माण की आवश्यकता है ताकि आवश्यकता पडऩे पर अग्रिम लंैडिंग ग्राऊंड की सुविधा प्रदान की जा सके। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में प्रदेश पुलिस ने बेहतरीन कार्य किया है, जिससे लोगों में विश्वास पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गुप्तचर एजैंसियों, भारतीय सेना और आईटीबीपी की तरफ से सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों में सुरक्षा और विश्वास पैदा करने के लिए सतत् प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मनाली से केलांग को जोडऩे वाले रोहतांग दर्रे के नीचे बन रही 3,978 मीटर लंबी अटल सुरंग का निर्माण कार्य सिरे चढऩे से निकट भविष्य में मनाली-लेह मार्ग पर यातायात संचालित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि उनकी तरफ से दिए गए सुझावों पर अमल किया जाएगा।

Kuldeep