Himachal: प्रमोशन से भरे जाएं हैडमास्टर के 400 पद, TGT की वरिष्ठता सूची जारी करे विभाग
punjabkesari.in Saturday, Jun 14, 2025 - 05:16 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): प्रदेश में प्रवक्ता और हैडमास्टर से प्रिंसीपल पदोन्नति की सूची पहले जारी की जाए, जिसमें करीब 900 शिक्षक प्रमोट होने हैं। इसमें अनुपात के आधार पर आधे पद हैडमास्टर के लिए देय हैं और वर्तमान में भी हैडमास्टर के सैंकड़ों पद रिक्त हैं। ऐसे में प्रिंसीपल प्रमोशन के बाद हैडमास्टर के रिक्त पदों की संख्या 450 से अधिक हो जाएगी। अगर न्यूनतम 400 पदों पर टीजीटी से बिना प्रमोशन विकल्प लिए प्रमोट प्रवक्ता और टीजीटी को हैडमास्टर प्रमोट किया जाए तो ही प्रदेश के स्कूलों में हैडमास्टर के पद भरे जा सकेंगे। टीजीटी कला संघ प्रदेश महासचिव विजय हीर का कहना है कि 2 वर्ष पहले प्रमोशन के लिए स्वीकृत 220 पदों को ही प्रमोशन से भरने का प्रस्ताव है, जबकि 2 वर्ष में सैंकड़ों टीजीटी बिना हैडमास्टर बने और अनेक हैडमास्टर बिना प्रिंसीपल बने रिटायर हुए हैं। ऐसे में 220 पदों के साथ 180 और पदों को भरने की स्वीकृति शिक्षा विभाग को सरकार से लेनी चाहिए।
टीजीटी से हैडमास्टर बनने में 25 से 29 वर्ष का लंबा इंतजार शिक्षकों को करना पड़ता है। हीर ने कहा कि इस बारे में संघ ने मुख्यमंत्री को सचिवालय में 13 जून को मांग पत्र भी सौंपा है। संघ के अनुसार वर्तमान में हैडमास्टर के पदों की संख्या भी स्कूलों के मर्ज या बंद होने से घटती जा रही है। पहले 972 मुख्याध्यापकों के पद थे, जो अब घटकर 933 रह गए हैं। सामान्य और अनुसूचित जाति वर्ग में जिन टीजीटी का वरिष्ठता क्रमांक 9000 से नीचे है, वे अब तक प्रमोट नहीं हुए हैं जिनकी नियुक्ति वर्ष 1999 से 2002 के बीच हुई है। अनुसूचित जनजाति और दिव्यांग कोटे में स्थिति थोड़ी बेहतर है,लेकिन शिक्षा विभाग में टीजीटी से हैडमास्टर और प्रवक्ता से प्रिंसीपल प्रमोशन में औसत 25 वर्ष का इंतजार करना पड़ रहा है।
कब बनेगी वरिष्ठता सूचियां
वर्ष 2019 से 2025 के मध्य नियुक्त टीजीटी अब तक फाइनल वरिष्ठता सूची में अपना नाम आने की प्रतीक्षा में हैं। वर्ष 2022 में जारी वरिष्ठता सूची में 2017 तक नियुक्त या प्रमोट टीजीटी ही शामिल हैं। टीजीटी से प्रवक्ता प्रमोशन के लिए वर्ष 2018 से 2020 तक नियुक्त टीजीटी पात्र हैं, लेकिन बिना वरिष्ठता क्रमांक आवेदन नहीं कर सकते। इसकी वरिष्ठता सूचियां बनाकर विभाग सार्वजनिक करे। हालांकि कई पुरानी वरिष्ठता सूचियां विभागीय वैबसाइट से गायब हैं।