गैस्ट टीचर भर्ती पर फिलहाल रोक

Saturday, Jan 20, 2024 - 11:10 PM (IST)

शिमला (प्रीति): प्रदेश सरकार ने स्कूलों और कॉलेजों में गैस्ट टीचर भर्ती पर फिलहाल रोक लगा दी है। इस भर्ती को लेकर हर तरफ हो रहे विरोध के बाद सरकार ने यह फैसला लिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मामले में बयान जारी करते हुए कहा कि लोग इस पॉलिसी को गलत समझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल अभी इस पर रोक लगा दी गई है, अब शिक्षा मंत्री के विदेश दौरे से वापस आने के बाद इस पर चर्चा होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पीरियड बेस पॉलिसी है। शिक्षक के 10 दिन छुट्टी जाने या ट्रांसफर होने पर स्कूल में शिक्षक न होने की स्थिति में स्कूल का प्रधानाचार्य पीरियड बेस पॉलिसी के तहत शिक्षक की नियुक्ति कर सकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जब मैंने देखा कि शिक्षा के क्षेत्र में हिमाचल 18वें पायदान पर पहुंच गया है तो शिक्षा की गुणवत्ता को बरकरार रखने के लिए स्कूलों में पीरियड बेस पॉलिसी के तहत शिक्षकों को रखने का फैसला लिया गया है। यह नियुक्ति अस्थायी होगी। इसमें स्कूल प्रधानाचार्यों को मैरिट बेस पर शिक्षकों को रखने को कहा गया। 12वीं कक्षा में उम्मीदवार के 75 प्रतिशत व बी.एड. में 65 प्रतिशत अंक होना अनिवार्य किए गए हैं, जबकि कॉलेजों के लिए नैट, सैट और जे.आर.आर. क्वालिफाई होना जरूरी होगा। स्कूलों में जे.बी.टी. को प्रति पीरियड 200 रुपए फिक्स किया गया। इसी तरह अन्य शिक्षकों को भी प्रति पीरियड क्या देना है, यह भी फिक्स किया गया। उन्होंने कहा कि यह भर्ती अस्थायी है, जो कुछ ही दिनों के लिए होगी, जब तक स्कूल में शिक्षक नहीं हैं। यह नियुक्ति एक या दो वर्ष के लिए नहीं होगी।

कैसे पटरी पर लौटी अर्थव्यवस्था बताने के लिए चलाया सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम
मुख्यमंत्री ने कहा कि आर्थिक बदहाली से व्यवस्था कैसे पटरी पर लाई गई, यह बताने के लिए सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम चलाया गया। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस ने सत्ता संभाली तो आर्थिक हालात ठीक नहीं थे। ऐसे में सरकार ने कैसे व्यवस्था परिवर्तन किया और इसके क्या परिणाम निकले, इस कार्यक्रम में लोगों को इस बारे में बताया जा रहा है। इसके अलावा जनता की मूलभूत समस्याएं क्या हैं, इस कार्यक्रम में यह भी पता चल पाएगा। इसके बाद इसके लिए नई योजनाएं बनाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि पहले लोग पटवारी के पीछे घूमते थे, अब अधिकारी लोगों के पीछे घूमते हैं। कार्यक्रम में इसकी जानकारी लोगों को दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सरकार गांव के द्वार कार्यक्रम में लोगों को यह भी बताया जाएगा कि हिमाचल विरोधी भाजपा आपदा में कहीं भी सरकार के साथ खड़ी नहीं दिखी।

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Kuldeep