पढ़ाई में कमजोर छात्रों को सरकारी स्कू लों के शिक्षक निजी ट्यूशन लेने के लिए कर रहे मजबूर

punjabkesari.in Monday, Nov 28, 2022 - 05:43 PM (IST)

शिमला (प्रीति): पढ़ाई में कमजोर छात्रों को सरकारी स्कूलों के शिक्षक निजी ट्यूशन लेने के लिए मजबूर कर रहे हैं। स्कूलों में जबरन छात्रों को विज्ञान व गणित विषय की निजी ट्यूशन लेने को कहा जा रहा है और यह ट्यूशन स्कूल के बाद सरकारी स्कूल के शिक्षक छात्रों को दे रहे हैं और इसके लिए भारी फीस भी वसूल रहे हैं। ऐसे में विभाग ने मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए स्कू ल प्रधानाचार्यों को ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के आदेश जारी किए हैं। उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक डा. अमरजीत कुमार शर्मा की ओर से यह आदेश जारी किए गए हैं। उन्होंने इसे एच.पी. एजुकेशन कोड, 2012 के 2.7 नियमों का उल्लंघन बताया है। उन्होंने कहा है कि सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षक निजी ट्यूशन नहीं ले सकते हैं। इस दौरान स्कूल प्रधानाचार्यों को ऐसे मामलों पर कड़ी निगरानी रखने को कहा गया है। उन्हें कहा गया है कि जो शिक्षक छात्रों को निजी ट्यूशन में दाखिला लेने के लिए मजबूर करते हैं या उन्हें निजी ट्यूशन दे रहे हैं, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क ी जाए।

पढ़़ाई में कमजोर छात्रों के लिए स्कूल लगने से पहले या छुट्टी के बाद लगाई जाएंगी विशेष कक्षाएं
शिक्षा विभाग ने पढ़़ाई में कमजोर छात्रों के लिए स्कूल लगने से पहले या छुट्टी के बाद विशेष कक्षाएं लगाने को कहा है। विभाग ने स्पष्ट किया है कि इन कक्षाओं के लिए छात्राओं से कोई फीस नहीं ली जाएगी। विभाग ने शिक्षकों को छात्रों को परीक्षाओं के लिए तैयार करने व उनमें किसी भी परीक्षा के लिए आत्मविश्वास जगाने को कहा है।

ई-संवाद पर 100 प्रतिशत हाजिरी दर्ज करने के निर्देश
प्रारंभिक शिक्षा विभाग के बाद अब उच्च शिक्षा विभाग ने भी 9वीं से 12वीं कक्षा के छात्रों की हाजिरी ई-संवाद एप पर लेने को कहा है। विभाग ने सभी स्कूल प्रधानाचार्यों को इसमें 100 प्रतिशत हाजिरी दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान यदि स्कूलों में शिक्षक ई-संवाद एप पर हाजिरी दर्ज नहीं कर सकते हंै, तो वह हाजिरी रजिस्टर से स्क्रीन शाट लेकर संबंधित जिला के उपनिदेशक को 10:15 तक भेज सकते हैं।
 

 


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Kuldeep

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