शिमला में अाज भी सैकड़ों घरों से नहीं उठा कूड़ा - कई जगह पानी नहीं

Saturday, May 05, 2018 - 01:02 PM (IST)

शिमला(राजीव): सैहब कर्मचारियों और नगर निगम के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को दोनों पक्षों के बीच एक मैराथन बैठक बेनतीजा रही। बताया जा रहा है कि करीब 3 घटें तक यह बैठक चली। जिसमें दोनों पक्षों के बीच किसी तरह का हल नहीं निकल पाया। एक ओर सैहब कर्मचारी जहां अपने आपको निगम में मर्ज करने मर्ज करने और स्थाई नीति की मांग करते रहे। वहीं निगम ने सैहब कर्मचारियों को 2 टूक शब्दों में साफ मना कर दिया। निगम का कहना है कि किसी भी सोसायटी को एमसी में मर्ज नहीं किया जा सकता है और न ही कोई स्थाई निति का निर्माण किया जा सकता है। मेयर कुसुम सदरेट का कहना है कि जब शहर कि सफाई व्यवस्था के लिए सैहब सोसायटी का गठन किया गया था। उस समय साफ लिखा गया है कि भविष्य में सैहब सोसायटी को निगम में मर्ज नहीं किया जा सकता और न ही किसी स्थाई निति का निर्माण किया जा सकता है।

कर्मचारी स्थायी नीति बनाने की मांग पर अड़े
उन्होंने कहा कि जब से भाजपा शासित नगर निगम ने कार्यभार सम्भाला है तब से सैहब 4 बार हड़ताल पर जा चुके हैं। कर्मचारियों ने वेतन संबंधी मांग पहले ही पूरी कर दी है लेकिन कर्मचारी स्थायी नीति बनाने की मांग पर अड़े हैं। इससे शहर में सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है। इस कारण लोगों के घरों के बाहर कूड़े के ढेर लगने शुरू हो गए हैं। सड़क से दूर घर होने के कारण लोग कलेक्शन सेंटर तक भी कूड़ा नहीं ले जा रहे हैं। इस कारण गंदगी से शहर के नाले भरते जा रहे हैं। वहीं शहर में पानी की स्थिति भी खराब बनी हुई है। पानी की बिगड़ती व्यवस्था ने पब्लिक का जीना मुश्किल कर दिया है। 

6 माह के भीतर पॉलिसी बनाने के लिए लिखित आश्वासन मांगा
वहीं मेयर कुसुम सदरेट ने बताया कि कर्मचारियों को सोमवार तक का समय दिया गया है। 2 दिनों के भीतर यदि कर्मचारी ज्वाइन करते हैं तो निगम तब तक इंतजार करेगा। अन्यथा उसके बाद सख्त कदम उठाया जाएगा। कर्मचारी किसी भी स्तर पर समझौते को तैयार नहीं है। ऐसे में निगम को अब आउटसोर्स जैसा ही कोई विकल्प निकालना होगा। सैहब सोसायटी कर्मचारियों का कहना है कि निगम ने 6 माह के भीतर पॉलिसी बनाने के लिए लिखित आश्वासन मांगा था और साथ ही रेगुलर स्टाफ की तरह न्यूनतम वेतन देने की बात कही थी। लेकिन निगम ने किसी भी शर्त को नहीं माना। प्रधान जसवंत ने बताया कि जब तक निगम कर्मचारियों की मांगों को नहीं मानती है तब तक हड़ताल जारी रहेगी।

kirti