शिमला DC ऑफिस के अग्निशमन यंत्र एक्सपायर, आग लगी तो भगवान बचाए

Monday, Jan 21, 2019 - 11:55 AM (IST)

शिमला (राजेश कौंडल): कई वर्षों से राजधानी शिमला व आसपास के क्षेत्रों में आग लगने की घटनाएं बढ़ गई हैं। इन अग्निकांड की जद्द में डी.सी. ऑफिस कार्यालय भी है। यदि गलती से भी डी.सी. ऑफिस कार्यालय की मुख्य जगहों पर आग लगती है तो मौके पर आग बुझाना आसान नहीं होगा। कार्यालय की अधिकतर जगहों पर लगे अग्निशमन यंत्र एक्सपायर यानी उनकी रिफिलिंग की तिथि गुजर चुकी है। ये अग्निशमन यंत्र उस समय काम करेंगे या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं है। कार्यालय के सबसे व्यस्त रहने वाले बचत भवन के मुख्य द्वारा पर लगा वाटर टाइप अग्निशमन यंत्र 1 साल 7 माह पहले एक्सपायर हो चुका है। 

इस वाटर टाइप अग्निशमन यंत्र को ‘मां मनसा सेफ्टी फायर’ 21-3-2016 को इंस्टॉल किया गया था। वहीं इसकी ड्यू डेट ऑफ रिफिलिंग 20-8-2017 दर्शाई गई है। शहर की मेयर कुसुम सदरेट के कमरे के बाहर लटके अग्निशमन यंत्र को देखा जा सकता है। यह यंत्र देखने से करीब 10 से 12 साल पुराना है। इसी तरह पूरे जिला प्रशासन कार्यालय में अन्य भी अग्रिशमन यंत्र हैं, जिनकी तिथि एक्सपायर हो चुकी है। हालांकि कुछेक स्थानों पर अग्निशमन यंत्र सही भी हैं, लेकिन अन्य स्थानों पर लगे अग्निशमन यंत्रों को बदलने की जरूरत है।

साल के बाद जरूरी रिफिलिंग

अग्निशमन विभाग के अनुसार 4 प्रकार के इन यंत्रों से आग पर काबू पाया जाता है, लेकिन इन अग्निशमन यंत्रों की समय-समय पर जांच और रिफिलिंग होना बहुत जरूरी है। यदि ये एक्सपायर हो जाएं, यानी यंत्र की कोई पिन जंग या खराब हो जाए तो ये बेकार साबित हो सकते हैं।

ऑफिस में जगह-जगह लटकीं तारें

डी.सी. कार्यालय की हालत बयां करें तो अधिकारियों के कार्यालय तो सुरक्षित हैं, लेकिन अन्य कर्मचारियों के कार्यालय की स्थिति अत्यंत खराब है। कार्यालय में कहीं बिजली की तारें लटकी हुई हैं तो कहीं बिजली के मीटर खुले और लटके हुए हैं। ऐसे में कार्यालयों में काम करते हुए कभी भी शॉर्ट सर्किट होकर आग लग सकती है। बीते करीब 6 माह पहले डी.सी. कार्यालय में एस.डी.एम. ग्रामीण के कमरे में भी शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी।


 

Ekta