मुख्यमंत्री के साथ बैठक में नहीं सुलझा ज्वालामुखी विवाद

Monday, Nov 02, 2020 - 08:48 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं विधायक रमेश धवाला के बीच हुई बैठक में भी ज्वालामुखी भाजपा के भीतर उपजा विवाद सुलझ नहीं पाया है। ऐसे में गेंद अब हाईकमान के पाले में चली गई है, जिसको लेकर रमेश धवाला दीपावली के बाद भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा से मिलने नई दिल्ली जाएंगे। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद रमेश धवाला ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री, सरकार व संगठन के खिलाफ नहीं हूं। उन्होंने किसी का नाम लिए बिना कहा कि मैं व्यक्ति विशेष के खिलाफ हूं, जिनके कारण संगठन के कार्य में दखलअंदाजी की जा रही है। उन्होंने पार्टी को खड़ा करने में अपना खून-पसीना लगाया है। लिहाजा ऐसे में कांग्रेस की विचारधारा से संबंध रखने वाले लोगों को अधिमान दिया जाना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि संगठन के जिन लोगों को बाहर किया गया है, उन्होंने अपना पक्ष सामने रखा था। उन्होंने कहा कि संगठन से जिन लोगों को बाहर किया गया है, वे सदैव सत्ता और संगठन के साथ खड़े रहे हैं। इसके विपरीत विरोधी खेमे से सिर्फ 2 लोगों को बाहर किया गया है।

 उन्होंने कहा कि जमीन से जुड़े कार्यकत्र्ताओं को अधिमान नहीं दिया जाना सही नहीं है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने बीते शुक्रवार को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते ज्वालामुखी मंडल के साथ सभी मोर्चों एवं प्रकोष्ठों को भंग कर दिया गया था। इसके तहत पार्टी की तरफ से जिन नेताओं को भारमुक्त भी किया गया है, उनमें संगठनात्मक जिला देहरा के उपाध्यक्ष कुलदीप शर्मा, सचिव जोङ्क्षगद्र कौशल, ज्वालामुखी मंडल के पूर्व अध्यक्ष एवं विशेष आमंत्रित सदस्य जिला देहरा चमन लाल पुंडीर, जिलाध्यक्ष देहरा नितिन ठाकुर, प्रदेश सह प्रवक्ता एवं प्रभारी जिला भाजयुमो जिला देहरा राकेश ठाकुर, महिला मोर्चा जिला महामंत्री देहरा भावना शर्मा तथा शहरी केंद्र अध्यक्ष राम स्वरूप शर्मा (असंवैधानिक दायित्व) शामिल हैं।

Kuldeep