बायोमीट्रिक आई स्कैनर से लगेगी स्कूल-कालेजों के विद्यार्थियों की हाजिरी

Monday, Oct 31, 2022 - 11:28 PM (IST)

शिमला (प्रीति): प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों और कालेजों में अब विद्यार्थियों की हाजिरी बायोमीट्रिक मशीनों से लगेगी। भारत सरकार ने राज्य को प्रत्येक स्कूल और कालेजों में यह व्यवस्था शुरू करने के आदेश दिए हैं। ऐसे में शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। विभाग इस संबंध में प्रपोजल बना रहा है। हालांकि इसकी खरीद राज्य में नई सरकार के बनने के बाद ही की जा सकेगी। इस बार विभाग ने बायोमीट्रिक हाजिरी के लिए बायोमीट्रिक आई स्कैनर या फेस स्कैनर लेने को फैसला लिया है। विभाग इस बार फिंगर प्रिंट स्कैनर वाली बायोमीट्रिक मशीनें नहीं लेगा। कोरोना काल में इन मशीनों से खासी परेशानी आई थी। कोरोना वायरस फैलने के डर से स्कूलों और कार्यालयों में सरकार को इन मशीनों को बंद करना पड़ा था। 2 साल तक इन मशीनों में हाजिरी नहीं ली गई थी। हालांकि अब स्कूलों और कार्यालयों में बायोमीट्रिक से ही हाजिरी लेनी शुरू कर दी गई है। इसी को देखते हुए शिक्षा विभाग ने इस बार फिंगर प्रिंट स्कैनर वाली बायोमीट्रिक  मशीनों की बजाए बायोमीट्रिक आई स्कैनर और फेस स्कैनर खरीदने का मन बनाया है। गौर हो कि शिक्षकों क ी हाजिरी भी इन्हीं नई मशीनों में लगेगी। विभाग पुरानी मशीनें बदलेगा।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय भी रखेगा विद्यार्थियों को पूरा रिकार्ड
बताया जा रहा है कि केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने छात्रवृत्ति के लिए विद्यार्थियों का रिकार्ड रखने को राज्य में विद्यार्थियों के लिए बायोमीट्रिक हाजिरी अनिवार्य की है। इससे विद्यार्थियों की इनरोलमैंट और उनकी अटैंडैंस का रिकार्ड ऑनलाइन मंत्रालय के पास भी उपलब्ध होगा। छात्रवृत्ति योजनाओं में गड़बड़ी को रोकने के लिए मंत्रालय ने यह कदम उठाया है। ऐसे में जरूरत पडऩे पर केंद्रीय छात्रवृत्ति के लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थियों का रिकार्ड ऑनलाइन देखा जा सकता है। हालांकि अभी प्रदेश में 2100 स्कूलों में बायोमीट्रिक मशीनों से हाजिरी लग रही है। इनमें से कई स्कूलों में शिक्षकों के साथ-साथ विद्यार्थियों क ी हाजिरी भी बायोमीट्रिक मशीनों से लगाई जा रही हैं। ऐसे में अब लगभग 15 हजार से ज्यादा स्कू लों और 160 कालेजों में ये मशीनें लगेंगी।

Content Writer

Kuldeep