Shimla: अडानी ने नहीं खोले सेब खरीद के रेट, बागवान कर रहे इंतजार
punjabkesari.in Saturday, Aug 31, 2024 - 10:19 PM (IST)
शिमला (भूपिन्द्र): हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में सेब सीजन शुरू हो गया है, लेकिन अब तक सेब खरीद करने वाली सबसे बड़ी अडानी एग्रो फ्रैश कंपनी तथा अन्य सीए स्टोर सेब खरीद करने वालों ने सेब खरीद के रेट नहीं खोले हैं। इससे बागवानों में असमंजस है। बागवान अडानी के रेट खोलने व सेब खरीद प्रक्रिया शुरू करने का इंतजार कर रहे हैं। वहीं जानकारी है कि अडानी एग्रो फ्रैश व अन्य सेब खरीद करने वाली कंपनियां मंडियों में सेब के दामों पर नजर बनाए हुए हैं। इन दिनों भी मंडी में अच्छी क्वालिटी वाले सेब के दाम 100 से 130 रुपए प्रति किलो के बीच चल रहे हैं।
अडानी समूह भी बागवानों से अच्छी क्वालिटी का सेब ही खरीदता है। ऐसे में वे सेब के मंडी में दाम के स्टेबल होने का इंतजार कर रहे हैं। अडानी व अन्य सेब खरीद कंपनियां यह भी दावा कर रही हैं कि उन्हें गत वर्ष घाटा हुआ है। इस कारण उन्होंने अभी सेब की खरीद शुरू नहीं की है। आम तौर से अडानी व अन्य कंपनियां 15 अगस्त से सेब की खरीद शुरू कर देती थीं लेकिन इस बार अब तक सेब की खरीद प्रक्रिया शुरू नहीं की है। कंपनी ऊंचाई वाले क्षेत्रों की ही सेब की खरीद करती है क्योंकि हाईट में अच्छी क्वालिटी के सेब होते हैं तथा उनकी लाइफ भी अधिक होती है।
सूत्रों के अनुसार मंडी में सेब के दाम गिरने के बाद ही कंपनी रेट खोलेगी। राज्य में सेब खरीद करने वाली निजी कंपनियों में अडानी एग्रो फ्रैश सबसे बड़ी है। इसके प्रदेश में ठियोग के सैंज, रोहड़ू के मेहंदली तथा रामपुर के बिथल कलैक्शन सैंटर या सीए स्टोर हैं, जिनकी क्षमता 25,000 मीट्रिक टन है। बागवान सुनील ने कहा कि वह हर वर्ष अडानी को ही अपना सेब देते हैं क्योंकि इससे सेब की पैकिंग का खर्चा नहीं आता है तथा पेमैंट भी समय पर मिल जाती है। उन्होंने कहा कि वह सेब खरीद का इंतजार कर रहे हैं। यदि उन्होंने आगामी एक सप्ताह तक सेब की खरीद शुरू नहीं की तो फिर उन्हें मंडी में ही अपने सेब बेचने पड़ेंगे।