चंबा पहुंचते ही शांता ने उठाया सीमेंट प्लांट का मुद्दा, दिया ये बयान

Sunday, Oct 29, 2017 - 02:39 PM (IST)

चंबा : हिमाचल विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही जिला चंबा में चुनावी माहौल भी गर्मा गया है। हर राजनीतिक दल के शीर्ष नेता जिला चंबा का दौरा कर अपने-अपने प्रत्याशियों के पक्ष में चुनावी कार्यक्रमों में शिरकत कर उनके पक्ष में मतदान की अपील में जुटे हैं। इसी कड़ी में आज कांगड़ा-चंबा से भाजपा सांसद शांता कुमार ने चंबा जिला मुख्यालय में विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत की। इस दौरान आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने दावा किया कि हिमाचल में आगामी सरकार भाजपा की बनेगी तथा पूर्ण बहुमत के साथ भारतीय जनता पार्टी सत्तासीन होगी।शांता ने हर बार की तरह एक बार फिर से चम्बा में सीमेंट उद्योग का लॉलीपॉप देने की बात दोहराते हुए कहा कि चंबा में प्रस्तावित सीमेंट उद्योग न लग पाने पर उन्हें गहरा दुख है। इस सीमेंट कारखाने को लगाने के लिए उन्होंने अपने स्तर पर काफी कार्य भी किया लेकिन हिमाचल सरकार का उन्हें इस मामले में सहयोग न मिल पाने के कारण यह कारखाना नहीं लग पाया।

इस समय चुनाव का अंतिम दौर
उन्होंने यह बात भी कही कि जैसे ही हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी तो सबसे पहले यहां सीमेंट का कारखाना स्थापित करवाना उनकी प्राथमिकता में शुमार रहेगा। वहीं दूसरकी ओर उन्होंने कहा कि इस समय चुनाव का अंतिम दौर है तथा कुछ ही दिनों में हिमाचल में एक निर्णय होगा आैर वह समझते हैं कि यह चुनाव कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण रहेगा। उन्होंने कहा कि हिमाचल की आज की परिस्थिति ऐसी है कि इतिहास में पहले कभी नहीं रही थी। ऐसी सरकार जो लगभग पंगु हो चुकी है। प्रशासन पर कोई पकड़ नहीं है। सचमुच इस बात का दुख है कि देश के इतिहास में केवल हिमाचल ऐसा प्रदेश है जिसकी कुर्सी पर बैठे मुख्यमंत्री जमानत पर हैं।

जनता ने 4 बार भारतीय जनता पार्टी को परखा
हिमाचल की जनता निर्णय करेगी तथा भारतीय जनता पार्टी के जीतने की पूरी संभावना है।हिमाचल प्रदेश की जनता ने 4 बार भारतीय जनता पार्टी को परखा है तथा भारतीय जनता पार्टी ने अच्छी सरकार चलाई है। शांता कुमार ने बताया कि आज शिमला में अरूण जेटली की अगुवाई में भारतीय जनता पार्टी अपना दृष्टि पत्र जारी करेगी। इस दृष्टि पत्र में हिमाचल के भविष्य के विकास के लिए बहुत सी योजनाएं शामिल की गई हैं। यह पहला सुनहरी मौका होगा कि वह दिल्ली से जो मर्जी करवा सकेंगे। केंद्र सरकार ने पहले भी हिमाचल प्रदेश को बहुत कुछ दिया है। जिसकी उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी।