धूमधाम से शुरू मां के शारदीय नवरात्रे, देवभूमि में दुल्हन की तरह सजे मंदिर (PICS)

Sunday, Sep 29, 2019 - 03:38 PM (IST)

शिमला: रविवार से शुरू हुए शारदीय नवरात्रि के लिए हिमाचल के शक्तिपीठ सज गए हैं। रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों से सजे नंदिकेश्वर धाम चामुंडा, माता ब्रजेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा, नयनादेवी, माता चिंतपूर्णी व ज्वालामुखी मंदिर बरबस ही श्रद्धालुओं का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं। वहीं तीनों मंदिर प्रशासन ने यहां पर आने वाले श्रद्धालुओं को बेहतरीन व्यवस्था मुहैया करवाने के लिए तैयारियां पूरी कर ली हैं। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था व ट्रैफिक के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। शारदीय नवरात्रों के पहले दिन मां के दरबारों में भक्तों का सैलाब उमड़ रहा है। देश-विदेश से लाए गए अलग-अलग किस्मों के फूलों से मां के भवनों का शृंगार किया गया है। जो भक्तों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है। सीसीटीवी कैमरों की भी पूरी नजर रहेगी। 

ज्वालामुखी मंदिर

शारदीय नवरात्रों को लेकर प्रसिद्ध शक्तिपीठ ज्वालामुखी मंदिर के कपाट रविवार 5 बजे से खोल दिए जाएंगे। मंदिर व इर्द-गिर्द 50 से ज्यादा सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित किए गए हैं। ज्वालाजी मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए 2 टाइम लंगर की व्यवस्था, जो श्रद्धालु लंगर लगवाएगा उसके लिए अलग से जगह चिन्हित, कन्या पूजन व मुंडन के लिए जगह चिन्हित करने के साथ ही मन्दिर में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए 60 अतिरिक्त कर्मचारी लगाए गए हैं। 

माता ब्रजेश्वरी देवी

मां बज्रेश्वरी देवी मंदिर कांगड़ा में रविवार से शुरू हुए शारदीय नवरात्रि मेले शुरू हो गए हैं। ब्रजेश्वरी माता मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए सुबह 4 बजे खुल जाएंगे और रात 10 बजे तक माता के दर्शनों के लिए मंदिर खुला रहेगा। कांगड़ा में लगभग 50 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। मंदिर को लगभग 30 टन देसी व विदेशी फूलों से सजाया गया है। मंदिर के मुख्य गर्भ गृह में थाईलैंड व हालैंड से मंगवाए गए विदेशी फूलों का छत्र बनाकर मुख्य गर्भ गृह में लगाया गया है।


मेले के पहले दिन मंदिर परिसर में शत चंडी महायज्ञ आरंभ किया गया। सहायक मंदिर आयुक्त एवं एसडीएम कांगड़ा जतिन लाल ने विधिवत पूजा-अर्चना करते हुए नवरात्र मेले का हवन यज्ञ कर रस्म अदा करके शुभारंभ किया। शक्तिपीठ माता बज्रेश्वरी देवी मंदिर में पहले नवरात्र में ही भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन किए और यहां सुबह से ही लंबी-लंबी लाइनें लग गई। नवरात्र में धारा-144 लागू की गई है। इसके अलावा नवरात्र में श्रद्धालुओं को लाइनों में सुविधा पूर्वक दर्शन करवाने के विशेष प्रबंध किए गए हैं। विकलांगों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। सीसीटीवी कैमरा के साथ पुलिस कंट्रोल रूम भी मंदिर में स्थापित किया गया है।

नंदिकेश्वर धाम चामुंडा

नंदिकेश्वर धाम चामुंडा: सुबह 4 बजे मंदिर के कपाट मां के दर्शन के लिए खोल दिए गए। आठ बजे सुबह की आरती के बाद हलवे और पूरी का भोग मां को लगाया जाएगा। दोपहर 12 बजे और शाम 8:30 बजे देशी घी से बने व्यंजनों का भोग लगेगा। शाम 7:30 बजे फिर माता की आरती होगी। रात 10 बजे तक मां के दर्शन के लिए मंदिर खुला रहेगा।

नयना देवी

शनिवार रात दो बजे ही मंदिर के द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इससे पहले रात 12 बजे से दो बजे तक सांय कालीन आरती, सयन आरती और मंगल आर्ती हुई और मांग को भोग लगाया गया। इसके बाद दोपहर 12 बजे से 12.30 बजे तक मंदिर बंद रहेगा इस दौरान मध्यान आरती होगा और मां को भोग लगाया जाएगा। 

छिन्नमस्तिका धाम चिंतपूर्णी

 

सुप्रसिद्ध शक्तिपीठ माता चिंतपूर्णी मंदिर में शारदीय नवरात्र मेले के आगाज के साथ ही श्रद्धालुओं का खूब जमघट लगा। माता छिन्नमस्तिका की पावन पिंडी के दर्शन करने के लिए सुबह से ही श्रद्धालु कतारबद्ध होना शुरू हो गए थे। इस अवसर पर सारा क्षेत्र माता चिंतपूर्णी के जयकारों से गूंज उठा। रात 2 बजे कपाट खोले गए। सुबह 5 बजे पहली आरती हुई। रात के 11 बजे से लेकर दो बजे तक चिंतपूर्णी शक्तिपीठ बंद रहेगा। उसके बाद 5.00 बजे पहली आरती होगी। उसके बाद समय-समय पर आरती और भोग लगाया जाएगा। 

Ekta