आयुर्वेदा विभाग में वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात कर्मचारी नेता Suspend

Thursday, Nov 29, 2018 - 09:46 PM (IST)

शिमला: आयुर्वेदा विभाग में तैनात एक कर्मचारी नेता को सस्पैंड कर दिया गया है। कर्मचारी नेता गोविंद बरागटा क्षेत्रीय अस्पताल शिमला में वरिष्ठ सहायक के पद पर तैनात थे। इन्हें अनुशासनहीनता के चलते सस्पैंड किया गया है। सस्पैंशन तब तक रहेगा, जब तक निदेशक और कर्मचारी नेता के बीच कोई निर्णय नहीं लिया जाता है। फिलहाल कर्मचारी नेता की सेवाएं बंद कर दी गई हैं। कर्मचारी नेता को क्या अनुशासनहीनता के लिए ही सस्पैंड किया गया है या फिर और भी कोई वजह हो सकती है, यह खुलासा तो आयुर्वेदा निदेशक द्वारा आरोप पत्र जारी करने के बाद ही हो पाएगा। बताया जा रहा है कि गोविंद बरागटा 7 दिन की छुट्टी पर गए हुए थे। छुट्टियों के दौरान कुछ कमी पाई गई हो, ऐसे में इसके चलते भी आयुर्वेदा निदेशक ने उन्हें सस्पैंड करने का कदम उठाया है।

निदेशक ने रंजिश के चलते किया सस्पैंड

वहीं कर्मचारी नेता का कहना है कि मैंने न तो ड्यूटी में कोताही बरती है और न ही कोई अनुशासनहीनता दिखाई है। अनुशासन के तहत अपना कार्य कर रहा हूं। निदेशक ने आपसी रंजिश के चलते मुझे सस्पैंड करने का कदम उठाया है। मैं 7 दिन तक छुट्टी पर गया था। बाकायदा छुट्टी की एप्लीकेशन दे रखी थी। नौकरी से सीधा सस्पैंड करना कोई औचित्य नहीं बनता है। बिना किसी कारण के मुझे सस्पैंड किया गया है।

अनुशासनहीनता के चलते किया सस्पैंड

आयुर्वेदा विभाग के निदेश क संजीव भटनागर ने बताया कि अनुशासनहीनता के चलते कर्मचारी को सस्पैंड किया गया है। जल्द ही आरोप पत्र भी जारी किया जाएगा। ड्यूटी में कोताही बरतने और अनुशासनहीनता करने वाले कर्मचारियों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कर्मचारियों को अनुशासन के तहत अपनी ड्यूटी करनी होगी।

कर्मचारियों में पनपा रोष, मुख्यमंत्री से की उच्च स्तरीय जांच की मांग

अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ जिला शिमला के महासचिव एवं आयुर्वेदा महासंघ के अध्यक्ष गोविंद बरागटा की सेवाओं को निलंबित किए जाने को लेकर कर्मचारियों में रोष पनप गया है। आयुर्वेदा कर्मचारी महासंघ ने प्रदेश मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।

Vijay