कोरोना की दूसरी लहर ने रोके हिमाचल के बड़े प्रोजैक्ट

Friday, May 28, 2021 - 05:10 PM (IST)

शिमला (कुलदीप): कोरोना की दूसरी लहर के कारण केंद्र सरकार से हिमाचल प्रदेश के लिए मिलने वाले बड़े प्रोजैक्ट अटक गए हैं। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण ऊना में प्रस्तावित बल्क ड्रग फार्मा पार्क है, जिसमें करीब 10,000 करोड़ रुपए का निवेश होगा। इसका निर्माण कार्य सिरे चढऩे से 30 से 35,000 लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष तौर पर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इसके लिए सरकार की तरफ से ऊना में 1,405 एकड़ भूमि चिन्हित करने के अलावा अन्य औपचारिकताएं पूर्ण कर ली गई हैं। हालांकि केंद्र सरकार की तरफ से इस पर जल्द निर्णय लिए जाने की संभावना है।

इसके अलावा मेडिकल डिवाइस पार्क, इलैक्ट्रिक डिवाइस और प्लास्टिक पार्क जैसे बड़े प्रोजैक्टों को प्राप्त करने के लिए भी राज्य सरकार प्रयास कर रही है। मेडिकल डिवाइस पार्क के लिए भी सोलन जिले के नालागढ़ में 270 एकड़ भूमि चिन्हित की गई है। इसके माध्यम से भी प्रदेश में 4,000 से 5,000 करोड़ रुपए का निवेश आने की संभावना है। इसी तरह इलैक्ट्रिक डिवाइस और प्लास्टिक पार्क को केंद्र सरकार से स्वीकृत करवाने के विकल्प तलाशे जा रहे हैं, जिसमें सैंकड़ों करोड़ रुपए का निवेश होगा।

इतना ही नहीं, सरकार ऊना में फूड पार्क स्थापित करने के लिए प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित अन्य केंद्रीय नेताओं से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर इन सभी विषयों पर विस्तृत चर्चा कर चुके हैं। विशेषकर बल्क ड्रग फार्मा पार्क को लेकर प्रदेश सरकार सबसे अधिक प्रयास कर रही है क्योंकि एशिया का सबसे बड़ा फार्मा हब हिमाचल प्रदेश में है। इसी तरह केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामले राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने भी केंद्रीय नेताओं से इन मामलों की बराबर पैरवी की है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर गत वीरवार को नई दिल्ली दौरे पर जाने वाले थे, जिसमें बल्क ड्रग फार्मा पार्क के अलावा सत्ता-संगठन से जुड़े विषयों पर उनका केंद्रीय नेताओं से मुलाकात करने का कार्यक्रम था। अब देखना यह है कि केंद्र से इन प्रोजैक्टों को कब तक स्वीकृति मिल पाती है क्योंकि इस समय केंद्र और प्रदेश सरकार की प्राथमिकता बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने की है।

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Vijay