हिमाचल में कोरोना की स्थिति सामान्य होने पर ही खोले जाएंगे स्कूल : सुरेश भारद्वाज

Friday, May 22, 2020 - 10:45 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): प्रदेश में कोरोना की स्थिति सामान्य होने पर ही स्कूल खोले जाएंगे। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने मामले पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि जब तक प्रदेश कोरोना मुक्त घोषित नहीं हो जाता और यहां कोरोना की कड़ी टूट नहीं जाती तब तक प्रदेश में स्कूल नहीं खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अभी 31 मई तक स्कूल बंद किए हैं। इसके बाद जून माह में भी यदि कोरोना के मामले इसी तरह बढ़ते रहे तो स्कूल नहीं खोले जाएंगे। छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा है कि इससे पहले प्रदेश में यातायात व्यवस्था बहाल की जाएगी। इसके सुचारू होने पर भी स्कूल खोलने पर विचार किया जाएगा।

लॉकडाऊन बढ़ा तो कम हो सकता है सिलेबस

प्रदेश में यदि 31 मई के बाद लॉकडाऊन बढ़ता है तो सरकार पहली से बाहरवीं कक्षा के सिलेबस को कम कर सकती है। इस दौरान सरकार सिलेबस में 50 प्रतिशत कम करने पर विचार कर रही है। हालांकि विभाग द्वारा बनाए गए एग्जिट प्लान में अभी सिलेबस कम करने क ी कोई योजना नहीं है। इसके साथ ही स्कूल खुलने पर सरकार स्कूलों की समय अवधि बढ़ाने पर भी विचार कर रही है। इसके तहत स्कूलों का समय सुबह 9 से सायं 5 बजे तक किया जा सकता है। इसके अलावा सरकार स्कूलों में महीने के दूसरे शनिवार की छुट्टी भी बंद कर सकती है। स्कूल खुलते ही शिक्षा विभाग केवल विद्यार्थियों की पढ़ाई पर ही फोकस करेगा, जिससे की प्रभावित हुए शैक्षिक दिवस की भरपाई की जा सके।

खेल प्रतियोगिता पर भी लग सकती है पाबंदी

इसके साथ ही अब प्रदेश सरकार स्कूलों में होने वाली खेल प्रतियोगिता पर भी पाबंदी लगा सकती है। आने वाले दिनों में स्कूलों में किसी भी तरह की खेलकूद प्रतियोगिताएं नहीं करवाई जाएंगी। जोन, जिला व राज्यस्तर पर इस दौरान कोई भी खेलकूद व सांस्कृतिक प्रतियोगिताएं नहीं होंगी। इसके साथ ही हर चौथे शनिवार को स्कूलों में बैग फ्र ी डे भी नहीं मनाया जाएगा।

भूगोल अनिवार्य विषय, पेपर लेना जरूरी

आईपी और भूगोल विषय के पेपर लेने के मामले में उपजे विवाद पर शिक्षा मंत्री ने कहा है कि स्कूल शिक्षा बोर्ड को 12वीं कक्षा का भूगोल विषय का पेपर लेने के निर्देश दिए हैं। यह पेपर आटर्स स्ट्रीम का अनिवार्य विषय है, ऐसे में यह पेपर करवाना जरूरी है। इसका पेपर लिए बिना इसमें अंक देना मुश्किल है जबकि आईपी विषय ऑप्शनल है।

Vijay