छात्रवृत्ति घोटाला: अब HPE-पास पोर्टल से छेड़छाड़ के तथ्य खंगालने में जुटी CBI

Tuesday, Nov 05, 2019 - 10:11 AM (IST)

शिमला (राक्टा): 250 करोड़ से अधिक के छात्रवृत्ति घोटाले की छानबीन में जुटी सी.बी.आई. ने एच.पी. ई-पास पोर्टल से छेडख़ानी किए जाने संबंधी तथाकथित आरोपों की तह खंगालना भी शुरू कर दिया है। ऐसे में जल्द ही सी.बी.आई. शिक्षा विभाग के कुछ कर्मियों सहित अन्यों से पूछताछ कर उनके बयान दर्ज करने की तैयारियों में है। बता दें कि जांच एजैंसी एच.पी. ई-पास वैब पोर्टल के हैदराबाद स्थित संस्थान से रिकार्ड पहले ही कब्जे में ले चुकी है। गौरतलब है कि छात्रवृत्ति घोटाले से सबक लेते हुए सरकार ने बीते कई सालों से छात्रवृत्ति आवेदनों के लिए इस्तेमाल किए जा रहे एच.पी. र्ई-पास पोर्टल को बंद कर दिया था। ई-पास पोर्टल में कई खामियां होने और पोर्टल के साथ छेड़छाड़ के आरोपों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।

ऐसे में सरकार ने इस साल से एच.पी. ई-पास पोर्टल को बंद कर नैशनल पोर्टल के माध्यम से ही छात्रवृत्ति के लिए आवेदन की व्यवस्था शुरू कर दी है और सभी शिक्षण संस्थानों को नैशनल पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य किया है। आरोप लगे हैं कि एच.पी. ई-पास पोर्टल से छेड़छाड़ कर भी घोटाले को अंजाम दिया गया। ऐसे में जांच एजैंसी मामले से जुड़े हर तथ्य को खंगाल रही है। सामने आया है कि 80 फीसदी छात्रवृत्ति का बजट सिर्फ निजी संस्थानों में बांटा गया जबकि सरकारी संस्थानों को छात्रवृत्ति के बजट का मात्र 20 फीसदी हिस्सा मिला।

वापस लौटी जांच टीम

 

सूत्रों के अनुसार छात्रवृत्ति घोटाले में जिला ऊना से जुड़े एक संस्थान के खिलाफ जांच लगभग पूरी हो चुकी है। बीते तीन दिनों से सी.बी.आई. की एक टीम ऊना में ही मोर्चा संभाले हुए थी, जो अब वापस लौट आई है। छात्रवृत्ति घोटाले में प्रदेश के साथ बाहरी राज्यों के कई संस्थान जांच दायरे में हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि इस पूरे घोटाले के पीछे कई चेहरे शामिल हो सकते हैं।

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