छात्रवृत्ति घोटाला: CBI ने पंजाब के इन 3 शहरों में दी दबिश, जानिए पूरा मामला

Sunday, Aug 04, 2019 - 10:18 AM (IST)

शिमला: 250 करोड़ से अधिक के बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में पुख्ता साक्ष्य हाथ लगने के बाद सी.बी.आई. ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में जहां शनिवार को सी.बी.आई. ने शिमला स्थित कार्यालय में निजी शिक्षण संस्थानों से जुड़े कुछ लोगों से पूछताछ की है, वहीं एक टीम ने पंजाब में दबिश दी। इस दौरान जांच दायरे में आए संस्थानों से कुछ रिकॉर्ड भी कब्जे में लिए जाने की सूचना है। सूत्रों के अनुसार सी.बी.आई. ने ऊना जिला के कुछ निजी संस्थानों से जुड़े लोगों को पूछताछ के लिए शिमला तलब किया था, ऐसे में सभी से लंबी पूछताछ कर उनके बयान दर्ज किए गए हैं।

मृत छात्रों को जीवित दिखाकर हड़प लीं छात्रवृत्तियां

सी.बी.आई. के कसते जा रहे शिकंजे से जांच दायरे में आए शैक्षणिक संस्थानों के कर्ताधर्ताओं की धुकधुकी बढ़ गई है। जांच को आगे बढ़ाते हुए अब कभी भी गिरफ्तारियों का दौर भी शुरू हो सकता है। छानबीन में यह भी सामने आया है कि कुछ जगह पर मृत छात्रों को जीवित दिखाकर छात्रवृत्तियां हड़प ली गई हैं। कुछ संस्थानों ने छात्रों को बिना प्रवेश दिए ही उनके नाम से छात्रवृत्ति हड़प ली, ऐसे में अब जांच एजैंसी धोखाधड़ी का शिकार हुए छात्रों से भी संपर्क साध रही है। सूत्रों की मानें तो मामले की तह खंगालने के लिए सी.बी.आई. वर्ष 2013 से पहले का रिकॉर्ड भी आने वाले दिनों में कब्जे में ले सकती है। सरकार को छात्रवृत्ति आबंटन में अनियमितताओं की शिकायतें पिछले 8 से 10 सालों से मिल रहीं थी।

शिकायतों के बाद भी निगरानी नहीं रखी

आरोप यह भी लग रहे हैं कि शिकायतें मिलने के बाद भी सरकारी स्तर पर छात्रवृत्ति आबंटन में पूरी तरह से निगरानी नहीं रखी गई और न ही कोई पड़ताल की गई। इस मामले में ऊना, करनाल, अंबाला, शिमला, सिरमौर, सोलन, बिलासपुर, चम्बा, कांगड़ा व पंजाब के गुरदासपुर, नवांशहर और मोहाली में स्थापित शैक्षणिक संस्थान जांच दायरे में हैं।

Vijay