छात्रवृत्ति घोटाला : छात्रवृत्ति के साथ गैस सबसिडी भी फर्जी खाते में गई

Tuesday, May 28, 2019 - 10:32 PM (IST)

शिमला: प्रदेश के साथ ही बाहरी राज्यों में फैले बहुचर्चित छात्रवृत्ति घोटाले में सी.बी.आई. हर पहलू को गंभीरता से खंगाल रही है। इस केस में आधार नंबर और मोबाइल नंबर के दुरुप्रयोग से करोड़ोंरु पए की छात्रवृत्ति हड़पने के आरोप मुख्य रूप से लगे हैं। सामने आया है कि शिक्षा विभाग की जांच में एक महिला ने बयान दिया था कि उसके आधार नंबर का दुरुप्रयोग किया गया तथा छात्रवृत्ति की राशि भी प्राप्त की गई है। आरोप यह भी लगाया गया कि उनकी गैस की सबसिडी भी उसी खाते में जा रही है।

हरियाणा में खोला गया है खाता

संबंधित खाता हरियाणा में खोला गया है। दर्ज एफ.आई.आर. के अंतर्गत प्रथम सूचना तथ्य में सी.बी.आई. ने इसका उल्लेख किया है। इसके साथ ही कुछ अन्य शिकायतों का भी जिक्र किया गया है, जिसमें छात्रवृत्ति न मिलने का आरोप है। ऐसे में अब सी.बी.आई. उन सभी शिकायतकत्र्ताओं से संपर्क साध सकती है, जिनका शिक्षा विभाग की रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है ताकि पूरे मामले की परतें खोली जा सकें। सूत्रों के अनुसार शिक्षा विभाग की जांच में कई बातों का उल्लेख नहीं है। ऐसे में सी.बी.आई. पूरा रिकॉर्ड जुटाने में जुटी हुई है।

एक शिकायतकर्ता का सामने आया शपथ पत्र

छात्रवृत्ति घोटाले में एक शिकायतकर्ता का शपथ पत्र भी सामने आया है। इस शपथ पत्र में एक जांचकत्र्ता पर सवाल उठाए गए हैं। इसके साथ ही संबंधित शिकायतकर्ता द्वारा शिक्षा निदेशालय को लिखा पत्र भी सामने आया है। शिकायतकर्ता द्वारा शिकायत वापस लेने की बात कही गई है। इस मामले में निजी शिक्षण संस्थानों के साथ ही कई अन्य चेहरे जांच दायरे में आ सकते हैं।

केस के आधार को पुख्ता करना चाहती है सी.बी.आई.

छात्रवृत्ति आबंटन के लिए मोबाइल नंबर और आधार नंबर की आवश्यकता है या नहीं, इसको लेकर भी सी.बी.आई. जानकारी जुटा रही है। इस मामले में घोटाले का पुख्ता आधार तभी बनेगा जब छात्र कहें कि उन्हें छात्रवृत्ति मिली ही नहीं है या फिर रिकॉर्ड पर दिखाया गया लाभार्थी फर्जी निकले, ऐसे में सी.बी.आई. पहले केस के आधार को पुख्ता करना चाहती है। सी.बी.आई. ने शिक्षा विभाग से कुछ अन्य दस्तावेज भी उपलब्ध करवाने को कहा है।

Vijay