स्वास्थ्य विभाग में एक और बड़ा घोटाला, 15 हजार की बायोमीट्रिक मशीन 42 हजार में खरीदी

Friday, Jun 28, 2019 - 11:23 PM (IST)

शिमला: स्वास्थ्य विभाग में फिर एक और घोटाला उजागर हुआ है। पहले शूगर टैस्ट मशीन के बाद अब  कांगड़ा जिला में बायोमीट्रिक मशीनों की खरीद को लेकर घोटाला सामने आया है। मामला सामने आते ही सरकार ने जांच के निर्देश जारी कर दिए हैं। कांगड़ा में विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में बायोमीट्रिक मशीनें खरीदी गई हैं। आरोप है कि जो मशीन 15,000 रुपए की थी, वह 40,120 रुपए में खरीदी गई है। यह मशीन एच.पी. हैंडलूम कॉर्पोरेशन से खरीदी है। इन  मशीनों की खरीद में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का पता चला है। नियमों और उचित प्रक्रिया के घोर उल्लंघन में कांगड़ा में विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में लाखों रुपए की मशीनें लगाई गई हैं, जिससे राज्य के खजाने को भारी नुक्सान हुआ है।

पी.एच.सी. स्तर के अधिकारियों को नहीं थे खरीद के आदेश

मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा ने मौखिक रूप से सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को एच.पी. हैंडलूम कॉर्पोरेशन से एस.एस.एल. निर्मित बायोमीट्रिक मशीन खरीदने का निर्देश दिया था। पी.एच.सी. स्तर के अधिकारियों ने खरीद के आदेश नहीं दिए थे। पी.एच.सी. स्तर के अधिकारियों ने स्वयं ही मशीनें खरीदी थीं। मशीनों की खरीद के लिए कोई बजट उपलब्ध नहीं था। सभी बी.एम.ओ. को रोगी कल्याण समिति आर.के.एस. के फंड से भुगतान करने के लिए कहा गया था। राज्य सरकार द्वारा नियत आर.के.एस. नियमों के अनुसार इन निधियों का उपयोग केवल रोगियों के कल्याण के लिए किया जा सकता है।

सी.एम.ओ. ने आर.के.एस. फंड से भुगतान को मजबूर किया बी.एम.ओ.

राज्य विधानसभा द्वारा अधिनियमित कानून के अनुसार गरीब रोगियों से स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा धन एकत्र किया जाता है। आरोप है कि सी.एम.ओ. ने बी.एम.ओ. को आर.के.एस. फंड से भुगतान करने के लिए मजबूर किया। इस बायोमीट्रिक मशीन खरीद घोटाले के मामले में सी.एम.ओ. कांगड़ा को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। अब शीघ्र ही जांच की रिपोर्ट सी.एम.ओ. द्वारा सरकार को भेजनी होगी। अगर जांच में कुछ अनियमितताएं पाई गईं तो ऐसे में कुछ अधिकारियों पर गाज गिरना तय है। फिलहाल मामले को लेकर जांच शुरू हो गई है।

आयुर्वेद विभाग में अभी नहीं सुलझा मामला

इससे पहले आयुर्वेद विभाग में एक मामला सामने आया था। आरोप है कि कुछ उपकरण अतिरिक्त दरों पर खरीदे गए थे। राज्य सरकार ने पहले ही इसकी जांच के आदेश दे दिए हैं और स्वास्थ्य मंत्री से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है। फिलहाल मंंत्री के पास अभी जांच रिपोर्ट नहीं पहुंची है।

सरकार को सौंपी जाएगी जांच रिपोर्ट

सी.एम.ओ. कांगड़ा गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि यह मामला मेरे ध्यान में आया है। सरकार के दिशा-निर्देशानुसार मामले की जांच शुरू कर दी है। कांगड़ा जिला बहुत बड़ा है। ऐसे में जांच करने में थोड़ा समय लग रहा है। शीघ्र जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी।

क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री

स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार ने बताया कि जैसे ही यह मामला हमारे पास आया, तुरंत मामले को लेकर जांच के आदेश दिए गए। जिन अधिकारियों को जांच का जिम्मा सौंपा गया है, उनसे शीघ्र ही रिपोर्ट मंगवाई गई है। बायोमीट्रिक मशीन खरीददारी को लेकर अगर जांच में कोई अनियमितताएं पाई गईं तो सख्त कार्रवाई होगी। मामले की जांच चल रही है।

Vijay