बोले डीजीपी : नशा तस्करों के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करेगी पुलिस

Friday, Jun 26, 2020 - 01:54 PM (IST)

शिमला : हिमालच प्रदेश के पुलिस नशा तस्करों के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करेगी। इसके लिए बड़े स्तर पर एक मुहिम भी चलाई जाएगी। नशाखोरी के खिलाफ पुलिस तत्परता से काम कर रही है। यह बात शुक्रवार को डीजीपी संजय कुंडू ने अंतरराष्ट्रीय नशा निवारण दिवस पर पहली बार वीडियो के माध्यम से संदेश देते हुए कही है। उन्होंने नशे में संलिप्त तस्करों को चेताया कि पुलिस उनके पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करेगी। इसके लिए बड़े स्तर पर मुहिम चलाई जाएगी। राज्य के ऊंचाई वाले इलाकों से चरस की सप्लाई पहले बाहर के प्रदेशों में होती थी, जिस पर काफी हद तक नकेल लगाई जा चुकी है। 

पिछले कुछ वर्षों से तस्कर बाहरी राज्यों से चिट्टे को हिमाचल पहुंचा रहे हैं। इस वजह से यहां लोग नशे के एडिक्ट हो रहे हैं। इसे लेकर हिमाचल पुलिस काफी सचेत है और मुस्तैदी से काम कर रही है। पुलिस ने बीते 3 साल में एनडीपीएस एक्ट के तहत बड़े पैमाने पर तस्करों को दबोचा हैं। हाल ही में तस्करी के दो बड़े मामलों का पर्दाफाश किया गया है। कुल्लू जिला में बीते 17 सालों में 42 किलो चरस की खेप पकड़ी, वहीं उना जिले में 1800 किलो भुक्की जब्त हुई। उन्होंने कहा कि प्रदेश पुलिस खाली मादक पदाथों की रिकवरी से ही संतुष्ठ नहीं है, हमारा मकसद नशे के पूरे नेटवर्क को पकड़ना है। 

उन्होंने कहा कहा कि राज्य सरकार ने नशे के खिलाफ कदम उठाते हुए स्टेट नारकोटिक्स क्राइम कंट्रोल यूनिट का गठन किया है, जिसका मुख्यालय शिमला में है। इसकी शाखाएं कुल्लू, मंडी और धर्मशाला में हैं और यह स्मगलरों को पकड़ने में अहम भूमिका निभा रहा है। पुलिस ने हेल्पलाइन 1908 चालू की है, जिस पर कोई भी नागरिक स्मगलर्स के खिलाफ सूचना दे सकता हैं और उसका नाम गोपनीय रखा जाता है। उन्होंने कहा कि स्मगलरों द्वारा मादक पदार्थों के कारोबार को सप्लाई और डिमांड की चेन बनाकर अंजाम दिया जा रहा है तथा इसे रोकने के लिए पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहा है। उन्होंने नशे के खात्मे के लिए आम जनता के सहयोग का भी आहवान किया।

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prashant sharma