Kangra: अंतर्राष्ट्रीय लकड़ी चोरी का सरगना 2 गाड़ियों सहित गिरफ्तार
punjabkesari.in Tuesday, Sep 23, 2025 - 07:08 PM (IST)

संसारपुर टैरस (अरविंद): विधानसभा जसवां-प्रागपुर के वन बीट कोटला के जखुणी में काटे गए खैर के पेड़ों में संसारपुर टैरस पुलिस ने 2 गाड़ियों सहित वनकाटुओं का सरगना गिरफ्तार कर लिया है, जिसके खिलाफ अलग-अलग स्थानों पर पहले भी काफी शिकायतें दर्ज हैं। खैर कटान के बाद वन रक्षक युद्धवीर सिंह द्वारा शिकायत दर्ज करवाई गई थी कि जखुणी जंगल में बडी संख्या में खैर के पेड़ों का अवैध कटान हुआ है। शिकायत के आधार पर थाना संसारपुर टैरस में मामला दर्ज किया गया है।
3 विशेष टीमों का किया गठन
एसपी देहरा मयंक चौधरी ने बताया कि शिकायत के बाद एसडीपीओ डाडासीबा राजकुमार ने जांच के लिए 3 विशेष टीमों का गठन किया। इस दौरान संसारपुर टैरस थाना प्रभारी संजय शर्मा व देहरा पुलिस की जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज और रूट डंप विश्लेषण से बिना नंबर प्लेट वाली 2 संदिग्ध गाड़ियां उसी रात सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दीं और इस दौरान तकनीकी जांच से 2 संदिग्ध फोन नंबरों की पहचान हुई, जोकि दोनों फोन नंबर लगातार एक ही फोन नंबर के संपर्क में थे।
पुलिस जांच के दौरान पाया गया कि एक संदिग्ध फोन नंबर बलविंदर उर्फ बंटी उम्र 45 वर्ष निवासी धनदा तहसील फतेहपुर, जोकि वर्तमान में मंड रायतपुर में रह रहा है, के नाम पर पंजीकृत है। पुलिस जांच के दौरान बंटी के खिलाफ जंगल में चोरी और अन्य अपराधों का एक पुराना आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ 32 पुराने मामले दर्ज हैं। 20 सितम्बर को थाना संसारपुर टैरस और जिला पुलिस की एक संयुक्त टीम ने मंड रायतपुर क्षेत्र में छापा मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना अपराध कबूला
डी.एस.पी. डाडासीबा राजकुमार ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया है। इसके बाद एक अन्य आरोपी अजय कुमार निवासी इंदपुर, इंदौरा को भी गिरफ्तार कर लिया और 24 सितम्बर तक उसका पुलिस रिमांड लिया है। दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने वनकाटुओं से अब तक 2 वाहन, 2 आरी (लकड़ी काटने वाली मशीन) सहित अन्य उपकरण कब्जे में ले लिए। वहीं पुलिस जांच से पता चला है कि बलविंदर एक पुराना अपराधी और पेशेवर वनकाटू है और जब भी उसे पता चलता कि उसके खिलाफ कोई शिकायत दर्ज हुई है तो वह तुरंत माननीय उच्च न्यायालय से अग्रिम जमानत ले लेता था।
आरोपी के खिलाफ 7-8 सालों में कई मामले दर्ज हुए हैं, फिर भी वह कानूनी हथकंडे अपनाकर गिरफ्तारी से बचता रहा और पुलिस व वन विभाग दोनों की आंखों में धूल झोंकता रहा। डीएसपी डाडासीबा राजकुमार का कहना है कि आरोपी से गहन पूछताछ की जा रही है, ताकि पहले से दर्ज 32 मामलों के साथ-साथ वन विभाग के अंतर्गत चोरी की अन्य संभावित घटनाओं में उसकी संलिप्तता का पता लगाया जा सके।