सीडीएल कसौली में सांप के जहर को बेअसर करने वाले वैक्सीन का सैंपल फेल
punjabkesari.in Friday, Nov 17, 2023 - 10:50 PM (IST)

सोलन (ब्यूरो): सांप के जहर को बेअसर करने वाले वैक्सीन का सैंपल फेल गया है। सीडीएल कसौली में जांच में एंटी स्नेक वेनम एंटीसिरम-नॉर्थ अफ्रीका वैक्सीन का सैंपल निर्धारित मानकों पर खरा नहीं उतरा है। इसको लेकर अलर्ट जारी किया गया है। एंटी स्नेक वेनम सांप के जहर को रिसेप्टर साइट से निकाल देता है क्योंकि जहर से यह साइट अवरुद्ध हो जाती है। इस वर्ष सीडीएल कसौली में 4 वैक्सीन के सैंपल फेल हुए हैं। इससे पूर्व जून में टायफाइड को रोकने वाली वैक्सीन का सैंपल फेल हो गया था। केन्द्रीय दवा नियंत्रक मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने अलर्ट जारी किया था।
सीडीएल कसौली में जांच में वैक्सीन का सैंपल निर्धारित मानकों पर खरा नहीं उतरा। यह वैक्सीन बच्चों में टायफाइड बुखार को रोकने के लिए लगाई जाती है। सीडीएल कसौली वैक्सीन की जांच की एक मात्र प्रयोगशाला है। कोरोना वैक्सीन से लेकर टायफाइड, यैलो फीवर, डीटीपी, रोटावायरस, बीसीजी वैक्सीन, टिटनैस वैक्सीन, टीडी वैक्सीन, स्नेक वेनम सहित कई अन्य वैक्सीन के 2019 बैच सीडीएल में जांच के मानकों पर खरे उतरने के बाद रिलीज हो गए हैं। सैंपल पास होने के बाद अब ये वैक्सीन बाजार में उपलब्ध होंगी।
सीडीएल कसौली में इस वर्ष कोरोना सहित 4 बीमारियों के सैंपल फेल हो गए हैं। इसी वर्ष बच्चों में होने वाले दिमागी बुखार से बचाव करने वाली मेनिंगोकोकल पोलीसच्चराइड वैक्सीन का सैंपल भी फेल हो चुका है। इसके बाद कोरोना वैक्सीन व टायफाइड वैक्सीन का एक-एक सैंपल फेल हो गया। वर्ष 2022 में कोरोना वैक्सीन के 3 व रोटावायरस वैक्सीन का एक सैंपल फेल हुआ था जबकि वर्ष 2021 में कोराना वैक्सीन के 2 व रैबीज वैक्सीन का एक सैंपल फेल हुआ था। 2019 में देश में बनाई जा रही वैक्सीन के उत्पादन पर सवाल खड़े हो गए। उस वर्ष देश में बनी वैक्सीन के 30 सैंपल फेल हुए थे। पोलियो के बचाव में इस्तेमाल होने वाले बीओपी वैक्सीन के सबसे अधिक 25 सैंपल फेल हुए थे।
इसी तरह टीटी वैक्सीन, टायफाइड व रैबीज वैक्सीन का एक-एक सैंपल फेल हुआ और मेनिंगोकोकल वैक्सीन के 2 सैंपल फेल हुए थे। वर्ष 2018 में 17 वैक्सीन के सैंपल फेल हुए थे। उस वर्ष सांप के काटने पर लगने वाले स्नेक वेनम एंटीसिरम के सबसे अधिक 9 सैंपल, टायफाइड व बीओवी वैक्सीन के 2-2, टीटी वैक्सीन, डिफथेरिया एंटीटॉक्सीन व पेंटावेलेंट वैक्सीन का 1-1 सैंपल फेल हुआ। वर्ष 2013 से वैक्सीन के सैंपल फेल होने का क्रम जारी है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में वैक्सीन के सैंपल फेल होने के मामलों में भारी गिरावट देखने को मिली जबकि दूसरी ओर दवाओं के सैंपल फेल होने के मामलों में लगातार बढ़ौतरी हुई है।
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