सवर्ण आयोग के गठन की मांग को लेकर कुल्लू में हल्ला बोल

punjabkesari.in Tuesday, Sep 07, 2021 - 03:48 PM (IST)

कुल्लू (दिलीप) : हिमाचल प्रदेश में सवर्ण आयोग के गठन को लेकर क्षत्रिय महासभा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। देवभूमि क्षत्रिय संगठन ने मंगलवार को अपनी मांग को लेकर कुल्लू के रामशीला से लेकर ढालपुर से गुजरते हुए उपायुक्त कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में इन लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सरकार से आयोग के गठन की मांग  की है। इससे पहले संगठन मुख्यमंत्री आवास ओक ओवर के बाहर धरने पर बैठ था। वहीं विधानसभा के दौरान भी इस मांग को पुरे जोर से उठाया गया था। 20 अप्रैल को मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने 90 दिन के भीतर स्वर्ण आयेाग के गठन को बनाने की हामी भरी थी लेकिन 90 दिन गुजर जाने के वाद कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई। जिसके बाद प्रदेश सरकार की ओर से 90 दिनों के भीतर सवर्ण आयोग के गठन को लेकर आश्वासन दिया गया था, लेकिन अभी तक सवर्ण आयोग के गठन को लेकर सरकार संजीदा नहीं दिख रही है। 

वही सवर्ण आयोग के अध्यक्ष जितेंद्र राजपूत ने कहा कि जबसे हिमाचल का निर्माण हुआ तो स्वर्ण समाज का ही आदमी मुख्यमंत्री बना है, लेकिन उन्होंने अपने समाज के लिए नीति नियम नीति नियम और कानून नहीं बनाए। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी का धन्यवाद करता हूं जोकि समय पर आई और कम से कम 2 टीके तो स्वर्ण समाज के लोगों को लगे। उन्होंने कहा कि आज 75 वर्ष आजादी को हुए हैं, 75 वर्ष के आजादी में ना जाने एससी, एसटी और ओबीसी हमारा ही समाज है, लेकिन सरकार ने इनके लिए सारे कानून बनाए सब नीति नियम बनाए। लेकिन सवर्ण समाज की तरफ अपनी आंखों को हमेशा मूंद कर रखा है। चाहे वह केंद्र सरकार हो या प्रदेश की सरकार हो। उन्होंने कहा कि आज सवर्ण समाज के मौलिक अधिकारों की रक्षा के लिए उनकी संविधानिक की मांग को सुना नहीं जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इतने वर्षो में इन ब्राह्मणों व राजपूतों ने कांग्रेस और भाजपा की गोद में जाकर उनके सपूत बन के रह गए, क्या उन्हें नहीं दिखता की जिस समाज के पास आकर उन्होंने हाथ जोड़कर बोला मैं ठाकुर हूं, ब्राह्मण हूं मुझे वोट दे, और सवर्ण समाज की आवाज उठा लूंगा और आज के दिन तक किसी भी नेता ने आवाज नहीं उठाई। प्रदेश सरकार ने 20 अप्रैल को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और गोविंद ठाकुर के माध्यम से बोला अगले 90 दिनों के अंदर स्वर्ण समाज के लिए स्वर्ण आयोग का गठन किया जाएगा। जिसमें सकारात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। लेकिन फिर भी प्रदेश सरकार को होश नहीं आई उन्होंने सवर्ण समाज को अपनी कठपुतली समझा है, नपुसंक समझा है उनको पता है कि यह सवर्ण समाज ऐसा है अपने समाज के लिए आवाज नहीं उठाएगा। उन्होंने कहा कि एक पप्पू का दूसरा गप्पू का झंडा उठाएगा। हम ऐसा अब होने नहीं देगें जब तक सवर्णसमाज आयोग का गठन नहीं होगा तब तक धरना प्रदर्शन होगा।
 


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Content Writer

prashant sharma

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