रिश्वत देने व लेने के 2 मामलों में परिवहन विभाग की बड़ी कार्रवाई, RTO-ARTO सस्पैंड

Saturday, Mar 23, 2019 - 11:10 PM (IST)

शिमला: परिवहन विभाग की तरफ से रिश्वत देने और रिश्वत लेने के 2 अलग-अलग मामलों के आरोपियों को सस्पैंड कर दिया गया है। इसके तहत 10 लाख रुपए रिश्वत देने के आरोपी आर.टी.ओ. ओम प्रकाश पुरी को सस्पैंड किया गया है। इस दौरान वह परिवहन विभाग के निदेशालय शिमला में सेवाएं देंगे। वह बिना अनुमति से कार्यालय को छोड़कर भी नहीं जा सकेंगे। एक अन्य मामले में रिश्वत लेने के आरोपी ए.आर.टी.ओ. बैरियर कालाअंब दीनू राम को भी सस्पैंड कर दिया है। वह आर.टी.ओ. कार्यालय सिरमौर में तैनात रहेंगे तथा उनको बिना अनुमति के कार्यालय छोड़कर जाने की अनुमति नहीं होगी।

एजैंट के माध्यम से रिश्वत लेने का था आरोप

उल्लेखनीय है कि आर.टी.ओ. नालागढ़ ओम प्रकाश पुरी के पास आर.टी.ओ. ऊना का अतिरिक्त कार्यभार भी था। उनको राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी विजीलैंस की तरफ से 10 लाख रुपए रिश्वत देते गिरफ्तार किया गया था। उन पर आरोप है कि आर.टी.ओ. ने एक एजैंट के माध्यम से रिश्वत की राशि प्राप्त की थी। इस मामले में आर.टी.ओ. और एजैंट एक खुफिया कैमरे में कैद हो गए थे। इससे संबंधित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद विजीलैंस ने कार्रवाई की।

केस को कमजोर करने के लिए दी थी रिश्वत

इस केस को कमजोर करने के मामले में आर.टी.ओ. ने विजीलैंस के इंस्पैक्टर को 10 लाख रुपए की रिश्वत देने की पेशकश की। इसी दौरान विजीलैंस की टीम आर.टी.ओ. पर नजर बनाए हुए थी और उनको रंगे हाथों गिरफ्तार किया। दूसरे मामले में अधीक्षक ग्रेड-टू दीनू राम जो ए.आर.टी.ओ. कालाअंब बैरियर में तैनात थे, उनको विजीलैंस ने बैरियर से अवैध रूप से वाहन को जाने देने की एवज में 4,500 रुपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। 

Vijay