हिमाचल में सड़कों पर दबाव कम करने के लिए बनेंगे रज्जू मार्ग

Tuesday, Jul 09, 2019 - 12:13 PM (IST)

शिमला (राजेश): प्रदेश में बढ़ती यातायात समस्याओं और सड़कों पर बढ़ती निर्भरता को कम करने के लिए हिमाचल में रज्जू मार्गों व रैपिड ट्रांसपोर्टेशन परियोजनाओं का निर्माण किया जाएगा। हिमाचल में इन मार्गों और परियोजनाओं के निर्माण को लेकर सरकार ने परिवहन विभाग के तहत रोप-वे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट डिवैल्पमैंट कॉर्पोरेशन का गठन किया है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सोमवार को रोपवे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट डिवैल्पमैंट कॉर्पारेशन की बैठक की अध्यक्षता की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य में सड़कों पर बढ़ती निर्भरता को कम करने के लिए राज्य सरकार रज्जू मार्गों और अन्य रैपिड ट्रांसपोर्टेशन परियोजनाओं के निर्माण की संभावनाओं का पता लगा रही है। 

उन्होंने कहा कि राज्य में मौजूदा परिवहन व्यवस्था को और अधिक सुचारू बनाने के लिए रज्जू मार्गों, मोनो रेल, पॉड कार, एसक्लेटर आदि आधुनिक परिवहन विकल्पों की पहचान करने के लिए परिवहन विभाग के अन्तर्गत रोपवे एंड रैपिड ट्रांसपोर्ट डिवैल्पमैंट कॉर्पोरेशन का गठन किया है। यह निगम इस संबन्ध में एक नोडल एजैंसी के रूप में कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में शिमला, मनाली और धर्मशाला जैसे पर्यटन महत्व के स्थलों में यातायात की वैकल्पिक व्यवस्थाओं की संभावनाओं का पता लगाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि रज्जू मार्ग न केवल एक सशक्त व्यापक परिवहन प्रणाली है अपितु यह कुशल और पर्यावरण मित्र कम लागत वाली परिवहन प्रणाली भी है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार के उपक्रम वैपकोस लिमिटेड पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण शिमला, मनाली और धर्मशाला शहरों के लिए प्रारंभिक योजना तैयार की है। उन्होंने कहा कि इसके अनुसार डी.पी.आर. बनाई जाएगी तथा इस वर्ष नवम्बर माह तक निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी। बैठक में प्रधान सचिव परिवहन जे.सी. शर्मा, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव संजय कुंडू, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विनय सिंह मौजूद रहे।

बगलामुखी मंदिर के लिए रज्जू मार्ग के प्रोमोटर की तलाश

मुख्यमंत्री ने बैठक के अंत में बताया कि बगलामुखी मंन्दिर के लिए एक रज्जू मार्ग के प्रोमोटर की नियुक्ति के लिए निविदा आमंत्रित कर दी गई है तथा न्यूगल रज्जू मार्ग के निर्माण के लिए प्री फिजीबिलिटी स्टडी की जा रही है।

Ekta