केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लगाई मुहर, अटल नाम से जानी जाएगी रोहतांग टनल

Tuesday, Dec 24, 2019 - 10:25 PM (IST)

शिमला (ब्यूरो): लाहौल घाटी को देश के अन्य भागों से जोड़ने वाली रोहतांग सुरंग को अब अटल सुरंग के नाम से जाना जाएगा। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस सुरंग का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किए जाने को अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए वाजपेयी ने इस सुरंग का शिलान्यास वर्ष, 2003 में किया था। वाजपेयी ने आरएसएस से जुड़े अपने पुराने दोस्त टशी दावा (लाहौल-स्पीति) की चिंता को देखते हुए इस सुरंग की परिकल्पना की थी ताकि बर्फबारी के समय घाटी पूरे विश्व से जुड़ी रह सके।

2700 करोड़ रुपए की लागत से बनी है सुरंग

करीब 2700 करोड़ रुपए की लागत से बनी इस सुरंग की लंबाई करीब 8.8 किलोमीटर है। इससे मनाली और केलांग के बीच की दूरी करीब 45 किलोमीटर कम हो जाएगी। इसके निर्माण से हिमाचल प्रदेश सहित जम्मू-कश्मीर को मजबूत कनैक्टीविटी मिल सकेगी, साथ ही इससे पयर्टन को पंख लगेंगे।

सितम्बर, 2020 तक पूरा होगा कार्य

अटल सुरंग का निर्माण कार्य सितम्बर, 2020 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए बीआरओ के श्रमिक दिन-रात कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने नई दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात करके इसके कार्य में तेजी लाने का आग्रह किया था, ताकि जल्द इससे आम आदमी को लाभ मिल सके। उन्होंने लाहौल-स्पीति के लोगों को फिलहाल सुरंग से आवाजाही के लिए सड़क मार्ग के रूप में इसका उपयोग करने की अनुमति देने का भी आग्रह किया था, क्योंकि प्रशासन की तरफ से लाहौल-स्पीति सड़क मार्ग को अधिकारिक रूप से भारी बर्फबारी के कारण बंद कर दिया जाता है। इस कारण घाटी का शेष भाग से सम्पर्क टूट जाता है।

केंद्र सरकार का निर्णय सराहनीय : जयराम

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश सरकार के आग्रह पर रोहतांग सुरंग का नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखे जाने के केंद्र सरकार के निर्णय का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने ही वर्ष, 2003 में इसका शिलान्यास किया था। पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती से ठीक पहले सुरंग का नामकरण किया जाना उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि यह सुरंग सामरिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी।

Vijay