रोहतांग टनल खुलने से पहले सैलानियों को संभालने के लिए एक्सरसाइज शुरू

Thursday, Jan 24, 2019 - 10:28 AM (IST)

शिमला (देवेंद्र हेटा): रोहतांग टनल खुलने से पहले सैलानियों को संभालने के लिए सरकार ने एक्सरसाइज शुरू कर दी है। सरकार के निर्देशों पर टी.सी.पी. महकमा मनाली के वशिष्ठ से रोहतांग पास और रोहतांग पास से कोकसर की कैरिंग कैपेस्टी पता करने को दोबारा निविदाएं आमंत्रित कर चुका है। पहली बार किए गए टैंडर पर केवल 2 ही फर्मे आगे आईं हैं। कम आवेदन को देखते हुए विभाग ने फिर से टैंडर करके 12 फरवरी तक नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग के निदेशक के पास आवेदन करने की डैडलाइन तय की है। 

टी.सी.पी. महकमा वशिष्ठ से रोहतांग पास और खासकर ईको सैन्सिटिव जोन रोहतांग पास से कोकसर तककी कैरिंग कैपेस्टीमालूम करना चाहता है ताकि रोहतांग टनल खुलने के बाद लाहौल-स्पीति में भी शिमला जैसे हालात पैदा न हों। यहां आने वाले सैलानियों के ठहरने, खाने व पीने के पानी की उचित व्यवस्था की जा सके। माना जा रहा है कि टनल खुलने के बाद यहां की प्राकृतिक सुंदरता निहारने के लिए रोजाना हजारों में सैलानी पहुंचेंगे, क्योंकि लाहौल की सुंदरता हर किसी को बरबस अपनी ओर आकर्षित करती है। स्टडी में यह पता लगाना होगा कि इन क्षेत्रों में कितने लोगों के एक साथ ठहरने, वाहनों को लाए जाने व उनकी पार्किंग तथा खाने-पीने की व्यवस्था है? इस रिपोर्ट के आधार पर राज्य सरकार लाहौल-स्पीति में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए योजना तैयार करेगी।

सभी को लाहौल जाने की नहीं मिलेगी अनुमति

राज्य सरकार की योजना के मुताबिक उतने ही सैलानियों को रोहतांग टनल खुलने के बाद लाहौल जाने की अनुमति दी जाएगी, जितने लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी। लाहौल-स्पीति की बात की जाए तो यहां वर्तमान में 1818 की बैटिंग कैपेस्टी बताई जा रही है। इस लिहाज से रोजाना इतने ही लोगों को लाहौल जाने की अनुमति दी जाएगी। इसी तरह रोहतांग पास व कोकसर में भी जितने लोगों के रहने की व्यवस्था होगी, उतने ही सैलानी रोज वहां भेजे जाएंगे।

 

Ekta