रोहड़ू की महिला की मौत को लेकर जांच शुरू, शिमला के निजी अस्पताल में दबिश, रिकॉर्ड जब्त

Thursday, Aug 29, 2019 - 10:18 AM (IST)

शिमला (जस्टा): शिमला जिला के एक निजी अस्पताल पर महिला की मौत होने पर लगे लापरवाही के आरोप को लेकर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया है। बुधवार को स्वास्थ्य अधिकारी ने निजी अस्पताल में दबिश दी और रिकॉर्ड जब्त किया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जांच में अब असली सच्चाई का पता लगाएंगे कि महिला को एड्स था या नहीं। स्वास्थ्य अधिकारी जांच रिपोर्ट 2 या फिर 3 दिन के अंदर सरकार को भेजेगी। जांच में अगर सच में ही गलती पाई गई तो निजी अस्पताल पर गाज गिर सकती है। खामियां पाई जाने पर अस्पताल चलाने का लाइसैंस भी रद्द हो सकता है। हालांकि जब निजी अस्पताल में अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना है कि वे टैस्ट को कार्ड से करते हैं।

वे पहले अपने क्लीनिक में टैस्ट करते हैं उसके बाद जब रिपोर्ट पॉजीटिव आती है तो वे क्लीयरैंस के लिए आई.सी.टी.सी. सैंटर भेजते हं। जब आई.सी.टी.सी. सैंटर से रिपोर्ट आती है तो तभी मरीज को बताया जाता है कि आपको एड्स है। निजी अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी ने तो साफ कहा है कि उन्होंने मरीज को नहीं बताया है कि उनको एड्स है। जब मरीज को बच्चे दानी की ट्यूब फटने के चलते रैफर किया जा रहा था तो उन्हें रिपोर्ट में कार्ड के द्वारा किए गए टैस्ट की जानकारी लिखनी पड़ी, ताकि बड़े अस्पताल में मरीज का पता चलता और फिर से आई.सी.टी.सी. सैंटर वे टैस्ट करवाते। महिला की मौत को लेकर जिला शिमला में लोगों के बीच हड़कंप मच गया है, वहीं मृत महिला का परिवार भी बहुत दुख झेल रहा है।

मृत महिला के परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं और जांच की मांग की है। विदित है कि 21 अगस्त को रोहड़ू की महिला एक निजी अस्पताल में बच्चेदानी की ट्यूब फटने के चलते उपचार के लिए गई थी। तभी वहां पर उनके टैस्ट लिए गए। निजी अस्पताल में महिला की एक रिपोर्ट एच.आई.वी. पॉजीटिव निकली। महिला को निजी अस्पताल से शिमला रैफर किया। आप्रेशन के बाद महिला ठीक हो गई थी, लेकिन जब डाक्टर ने महिला से पूछताछ की तो बताया कि जो निजी अस्पताल में आपने टैस्ट करवाए हैं, उसमें रिपोर्ट एच.आई.वी. पॉजीटिव आई है, ऐसे में महिला घबरा गई। डाक्टर की सारी बात सुनकर महिला डिप्रैशन में चली गई। बीते दिन 27 अगस्त को महिला की आई.जी.एम.सी. में ही मौत हो गई।

Ekta