सड़क हादसों को लेकर देशभर में पहले स्थान पर हिमाचल, हर साल इतने लोग गंवाते हैं जान

Friday, Aug 02, 2019 - 08:54 PM (IST)

शिमला (तिलक राज): सड़क दुर्घटनाओं को लेकर हिमाचल प्रदेश देशभर में पहले स्थान पर है और दुर्घटना में सबसे ज्यादा डैथ रेट में भी हिमाचल देशभर में सबसे आगे है। प्रदेश में हर साल 3 हजार दुर्घटनाएं होती हैं, जिसमें 1200 लोगों की मृत्यु होती है। 95 फीसदी सड़क हादसे मानवीय भूल के कारण होते हैं। ड्रिंक एंड ड्राइविंग, मोबाइल यूज, म्यूजिक सिस्टम, ओवरस्पीड, सीट बेल्ट न लगाना हादसे का मुख्य कारण होता है। प्रदेश परिवहन विभाग ने लोगों के बीच में रोड सेफ्टी को आदत के रूप में विकसित करने का फैसला लिया है। इसके लिए विभाग ने बाकायदा खाका तैयार किया है।

विभाग 4 अगस्त सेे शुरू करेगा सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान

विभाग 4 अगस्त को शिमला में राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान लॉन्च करेगा। विभाग रोड सेफ्टी को लेकर व्यापक प्रचार-प्रसार करेगा और लोगों में जागरूकता पैदा करेगा, जिसमें सबसे पहले एच.आर.टी.सी. के चालक, परिचालक उसके बाद टैक्सी चालक और स्कूली बच्चों को भी अभियान में शामिल किया जाएगा। हर महीने स्कूल में रोड सेफ्टी पर 8वीं से 12वीं तक की कक्षा में क्लास लगाई जाएगी और स्लोगन राइटिंग और भाषण प्रतियोगिता भी करवाई जाएगी।

मास्टर ट्रेनर और नोडल अधिकारी होंगे तैनात

परिवहन विभाग के आयुक्त जे.एम. पठानिया ने बताया कि रोड सेफ्टी को लेकर मास्टर ट्रेनर और नोडल अधिकारी भी तैनात किए जाएंगे। उसके बाद आम लोगों को भी रोड सेफ्टी के लिए जागरूक किया जाएगा। इस अभियान में सभी एन.जी.ओ., युवक मंडल और महिला मंडल को शामिल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि रोड सेफ्टी सैल का गठन भी किया गया है। 4 अगस्त को अभियान की लॉन्चिंग होगी, जिसमें रोड सेफ्टी को लेकर मैराथन होगी तथा रोड सेफ्टी को लेकर शपथ भी दिलाई जाएगी।

Vijay