रंग लाई रैजीडैंट्स डॉक्टरों की हड़ताल, सरकार को लेना पड़ा ये बड़ा फैसला

Wednesday, Feb 13, 2019 - 10:05 PM (IST)

शिमला: प्रदेश सरकार ने रैजीडैंट डॉक्टरों के लिए 10 लाख रुपए की बैंक गारंटी को खत्म करने का निर्णय ले लिया है। बुधवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार सहित डाक्टरों की एक बैठक हुई, जिसमें यह निर्णय लिया गया है कि रैजीडैंट्स डॉक्टरों के लिए बैंक गारंटी तो खत्म कर दी जाएगी लेकिन एम.डी. करने के बाद डॉक्टरों को 2 साल हिमाचल में नौकरी करना अनिवार्य कर दिया जाएगा। इसको लेकर सरकार जल्द ही एक्ट बनाएगी, ऐसे में 2 साल तक कोई भी डॉक्टर नौकरी करने हिमाचल से बाहर नहीं जा पाएगा।

निर्णय लेने के बाद डॉक्टरों ने वापस ली हड़ताल

रैजीडैंट्स डॉक्टर के अध्यक्ष डा. अजय जरियाल ने कहा कि सरकार द्वारा बैंक गारंटी खत्म करने का निर्णय लेने के बाद पूरे हिमाचल में डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल को भी वापस ले लिया है। अब डॉक्टर कोई हड़ताल नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि बैंक गारंटी खत्म करने के बाद अब गरीब लोग भी डॉक्टर बन पाएंगे।

काले बिल्ले लगाकर कार्य रहे थे डॉक्टर

बता दें कि बैंक गारंटी खत्म करने को लेकर प्रदेश भर में डॉक्टर काले बिल्ले लगाकर कार्य कर रहे थे। डॉक्टरों का कहना था कि गरीब तबके के पी.जी. डॉक्टर इतना पैसा नहीं दे सकते हैं। 24 घंटे अस्पताल में ड्यूटी देने के बावजूद उन्हें काफी सारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। जो डॉक्टर नौकरियां छोड़कर जा रहे हैं, इसका मुख्य कारण भी यही है कि डॉक्टर जब बैंक गारंटी नहीं दे पाते हैं तो उन्हें मजबूरन नौकरी को छोडऩा पड़ता है। डॉक्टरों का कहना है कि प्रदेश के अस्पतालों में पूरी जिम्मेदारी रैजीडैंट्स डॉक्टर्स पर है। अब बैंक गारंटी खत्म करने के निर्णय के बाद डॉक्टरों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

Vijay