चयनित ट्रेनरों की भर्ती रद्द, 400 अनुदेशकों के भविष्य पर लटकी तलवार

Wednesday, Feb 06, 2019 - 10:29 AM (IST)

सोलन/शिमला (पाल/देवन्द्र): प्रदेश तकनीकी शिक्षा विभाग ने पिछले 2 महीनों से ज्वाइनिंग का इंतजार कर रहे ट्रेनरों को बड़ा झटका देते हुए इस भर्ती को ही रद्द कर दिया है। इसके कारण ट्रेनर के पद के लिए चयनित हुए करीब 400 ट्रेनरों के भविष्य पर तलवार लटक गई है। इसके कारण तकनीकी शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि विभाग ने चयनित ट्रेनरों को 7 दिसम्बर को स्टेशन भी अलॉट कर 10 दिसम्बर को नियुक्ति पत्र भी जारी कर दिए थे लेकिन विभाग ने 11 दिसम्बर को सभी आई.टी.आई. को भेजी ई.मेल के माध्यम से चयनित ट्रेनरों की ज्वाइनिंग लेने पर रोक लगा दी थी। सबसे बड़ी बात यह है कि इस नौकरी के लिए कई उम्मीदवारों ने अपनी पिछली नौकरी भी छोड़ दी थी। 

इन उम्मीदवारों को नई नौकरी तो मिली नहीं लेकिन पिछली नौकरी से भी हाथ धोना पड़ा। सूत्रों की मानें इंटरव्यू में धांधली का आरोप सुंदरनगर में 28 सितम्बर से 4 अक्तूबर के बीच हुई भर्ती प्रक्रिया पर लगा है लेकिन विभाग ने शाहपुर, शिमला और उदयपुर में आयोजित भर्ती को भी रद्द कर दिया। यहां पर विदित रहे कि तकनीकी शिक्षा विभाग ने आई.एम.सी. (इंस्टीच्यूट मैनेजमैंट कमेटी) और एस.डब्ल्यू.एफ. (स्टूडैंट वैल्फेयर फंड) के तहत आई.टी.आई. में रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए ट्रेनरों की भर्ती की थी। इसके लिए आई.टी.आई. (पी.डब्ल्यू.डी.) सुंदरनगर में 28 सितम्बर से 4 अक्तूबर, आई.टी.आई. शाहपुर में 20 से 23 अगस्त व 5 से 9 अक्तूबर, आई.टी.आई. शिमला में 20 से 25 सितम्बर तथा आई.टी.आई. उदयपुर में 18 से 19 सितम्बर को ट्रेनर के साक्षात्कार हुए थे। यही नहीं, तकनीकी शिक्षा विभाग ने 16 नवम्बर को इस भर्ती प्रक्रिया का रिजल्ट निकाला था। 

सूत्रों की मानें तो इनकी चयन प्रक्रिया में भाई-भतीजावाद के आरोप लगे हैं। इंटरव्यू में अपीयर होने वाली 2 महिलाओं की शिकायत पर विभाग ने बीते साल 10 दिसम्बर को इसकी जांच बिठाई। जांच पूरी होने के बाद विभाग ने भर्तियां रद्द की हैं। इसी बीच इसी तरह बीते एक फरवरी को दुनी चंद नाम के व्यक्ति ने तकनीकी शिक्षा विभाग को लीगल नोटिस भी भेजा। नोटिस में खासकर सुंदरनगर आई.टी.आई. में लिखित परीक्षा के दौरान सी.सी.टी.वी. कैमरे न होने और ओ.एम.आर. शीट में सीरियल नंबर न होने के आरोप लगाए गए। यही नहीं, आई.टी.आई. के प्रिंसीपल पर अपने रिश्तेदारों को तरजीह देने के भी आरोप लगे। अब भर्तियां रद्द होने से चयनित ट्रेनरों के नौकरी के सपने पर पानी फिरा है। हिमाचल तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक शुभकरण सिंह ने सभी आई.टी.आई. के प्रधानाचार्य व डी.डी.ओ. को पत्र (एस.टी.वी. (आई.टी.)एच.एफ. (7) 2/ एन.सी.वी.टी./ आई.एम.सी./ परमिशन पोस्ट /2017-7951-8081) लिखकर इस भर्ती को रद्द करने की जानकारी दी है।

राज्यपाल से जल्द ज्वाइनिंग देने की लगाई गुहार

तकनीकी शिक्षा विभाग के निर्देशों से नाराज चयनित ट्रेनर मंगलवार को राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मिलने राजभवन पहुंचे और उन्हें जल्द ज्वाइनिंग देने की गुहार लगाई। चयनित ट्रेनरों के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मिलकर उन्हें भर्ती प्रक्रिया की पूरी जानकारी दी। रमेश चंदेल, गिरधारी लाल व दिनेश ने बताया कि इंटरव्यू रद्द करके विभाग ने उनसे धोखा किया है। उन्होंने राज्यपाल से सभी ट्रेनरों को जल्द ज्वाइनिंग देने की मांग की है। इस पर राज्यपाल ने भी प्रतिनिधिमंडल को उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया है।

Ekta