मकान की नीलामी रुकवाने के लिए रिश्वत लेने वाला आरोपी रिकवरी एजैंट चंडीगढ़ से गिरफ्तार

Thursday, Oct 10, 2019 - 08:21 PM (IST)

मंडी: मकान की नीलामी रुकवाने के लिए रिश्वत लेने के आरोपी रिकवरी एजैंट को विजीलैंस की मंडी टीम ने चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया है। विजीलैंस ने आरोपी को वीरवार को मंडी कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे पुलिस रिमांड पर भेजा गया है। केस तथ्यों के मुताबिक नीलामी प्रक्रिया रुकवाने का सौदा 1.20 लाख रुपए में तय हुआ था। वायदे के मुताबिक 85,000 रुपए की रिश्वत मिलने के  बाद आरोपी रिकवरी एजैंट ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर नीलामी भी रुकवा दी थी। नीलामी रुकने के बाद उसने मकान मालिक से बचे हुए पैसे की मांग की। यह पैसे बैंक अधिकारियों को देने थे।

जब मकान मालिक ने पैसे देने से मना किया तो रिकवरी एजैंट गाली-गलौच व धमकी देने पर उतर आया। इसके बाद मामला विजीलैंस अधिकारियों के संज्ञान में लाया गया। विजीलैंस थाना मंडी में आरोप पर रिकवरी एजैंट के विरुद्ध रिश्वत लेने का केस दर्ज किया गया। कॉल व बैंक डिटेल के आधार पर कार्रवाई करते हुए विजीलैंस टीम ने 52 वर्षीय मिंद्रपाल निवासी मोहली को बुधवार शाम उसके आवास से धर दबोचा। आरोपी बैंक ऑफ  इंडिया का अधिकृत रिकवरी एजैंट निकला।

जानकारी के मुताबिक मंडी शहर के रामनगर के रहने वाले व्यवसायी दिनेश कुमार ने बैंक ऑफ  इंडिया की मंडी शाखा से कारोबार के लिए 2006 में ऋण लिया था। इसकी एवज में उसने अपना मकान व अन्य संपत्ति गिरवी रखी थी। कारोबार में घाटे के चलते समय पर ऋण का भुगतान नहीं कर पाया, जिस पर बैंक ने दिनेश कुमार के मकान की नीलामी की तारीख तय कर दी। नीलामी पहली अक्तूबर को रखी गई थी। इसी बीच मिंद्रपाल ने दिनेश कुमार से संपर्क साधा और कहा कि अगर वह 1.20 लाख रुपए दे देगा तो नीलामी रोक दी जाएगी और मामला वन टाइम सैटलमैंट के तहत सुलझा देगा।

मिंद्रपाल की बातों में आकर दिनेश ने उसके बैंक खाते में 65,000 रुपए की राशि ट्रांसफर कर दी। दूसरी बार 20,000 ट्रांसफर किए। इस तरह 85,000 रुपए मिलने के बाद मिंद्रपाल ने नीलामी की अधिसूचना 30 सितम्बर को रद्द भी करवा दी। इस पूरे प्रकरण में बैंक अधिकारियों की मिलीभगत भी बताई जा रही है। एडीशनल एसपी विजीलैंस मंडी कुलभूषण वर्मा ने पुष्टि करते हुए कहा कि आरोपी को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया है। मामले की जांच चल रही है।

Vijay