नौकरी छोडऩे के लिए दबाव बनाने पर कर्मचारी ने की आत्महत्या

Monday, Jul 27, 2020 - 10:50 PM (IST)

रिकांगपिओ (रिपन): जेएसडब्ल्यू हाइड्रो एनर्जी लिमिटेड कंपनी शोलटू में तैनात कर्मचारियों को कंपनी प्रबंधन द्वारा जबरन निकालने के चलते सदमे में आए एक कर्मचारी ने ककस्थल कैंप में सोमवार को आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान जय प्रकाश निवासी मध्य प्रदेश के रूप में हुई है। उक्त व्यक्ति ने मरने से पहले सुसाइड नोट भी छोड़ा, जिसमें बताया गया है कि कंपनी के कुछ उच्च अधिकारियों द्वारा उस व्यक्ति पर नौकरी को छोडऩे का दबाव बनाया गया था, जिस तनाव के चलते व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली। सोमवार को दोपहर बाद ककस्थल कैंप में जय प्रकाश के साथ रहने वाले कमरे में गए तो जय प्रकाश को फंदे पर लटका देखा, जिस पर कर्मचारियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही एसडीएम निचार मनमोहन सिंह और एसडीपीओ भावानगर राजू पुलिस टीम स्थित मौके पर पहुंचे और तनावपूर्ण माहौल को शांत करने की कोशिश की।

इस दौरान पुलिस को जय प्रकाश की जेब से एक सुसाइड नोट भी प्राप्त हुआ, जिसमें कम्पनी मैनेजमैंट पर बार-बार प्रताडि़त कर नौकरी छोडऩे के लिए बाध्य करना लिखा है।  किन्नौर जिला की टापरी उपतहसील के शोलटू में जेएसडब्ल्यू हाइड्रो एनर्जी लिमिटेड कंपनी में तैनात कर्मचारियों ने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ  जबरन नौकरी से बाहर निकालने को लेकर शनिवार को धरना-प्रदर्शन किया और कंपनी से निकाले जाने पर तनाव में आए एक कर्मचारी को अस्पताल में दाखिल कर दिया था। अभी इस मामले को दो दिन ही बीते थे कि आज फिर कंपनी प्रबंधन द्वारा जबरन निकाले जाने पर जिला रीवा मध्य प्रदेश के निवासी जय प्रकाश (विश्व कर्मा), जोकि कंपनी के पावर हाऊस वांगतू में आप्रेशन मैन्टीनैंस सैक्शन में बतौर कारपेंटर रैगुलर रोल में कार्यरत था, ने तनाव में आकर वांगतू स्थित ककस्थल कैंप के अपने कमरे में फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली।

कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन, नारेबाजी
कंपनी में तैनात कर्मचारियों ने रोष जताते हुए कंपनी प्रबंधन के खिलाफ  जमकर नारेबाजी की और उक्त कंपनी के प्रबंधन को गिरफ्तार न करने तक पुलिस को शव ले जाने से मना कर दिया है। कंपनी में तैनात कर्मचारियों मदन, अनूप, जीवन नेगी, अमित, विमल प्रकाश, सुखी राम, गुरु देव आदि ने कहा कि कंपनी मैनेजमैंट ने आज फिर से जय प्रकाश को बुलाया और उसे जबरदस्ती वीआरएस यानी वालंटियर मैनेजमैंट स्कीम फॉर्म भरने पर दबाव डाला गया था, जबकि इससे पहले भी जब एक महीना पहले जय प्रकाश अपने घर मध्य प्रदेश में था तब भी मैनेजमैंट की ओर से फोन कर वीआरसी भरकर भेजने की बात करते थे। उसके बाद यहां पहुंचने पर फिर से उसे कंपनी मैनेजमैंट द्वारा बार-बार नौकरी छोडऩे के लिए बाध्य किया गया, जिस पर मजबूर होकर जय प्रकाश ने यह कदम उठाया है।

इसी तरह कंपनी मैनेजमैंट द्वारा जबरन नौकरी छोडऩे के लिए दबाव डाले जाने पर तनाव में आने से शनिवार को इंजीनियर कृष्ण दत्त अस्पताल में उपचाराधीन है और कम्पनी द्वारा पिछले एक-दो महीने में 200 से ज्यादा कर्मचारियों से जबरन वी.आर.सी. भरने पर दबाव बनाया जा रहा है। उन्होंने कम्पनी मैनेजमैंट पर जय प्रकाश का खून करने का आरोप लगाया तथा कंपनी के तीन अधिकारियों को गिरफ्तार किए जाने और कंपनी प्रबंधन द्वारा जब तक मृतक के परिजनों को क्लेम और मृतक के बेटे को नौकरी दिए जाने की मांग पूरी नहीं होती तब तक शव को पुलिस के हवाले नहीं किया जाएगा और कंपनी मैनेजमैंट के खिलाफ  धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा। ककस्थल कैंप में माहौल तनावपूर्ण होने पर भावानगर पुलिस थाने से 40 पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है व मौके पर कंपनी मैनेजमैंट के न आने से कंपनी के कर्मचारी क्रोधित हैं और पुलिस को शव नहीं उठाने दिया जा रहा है।

जांच के बाद होगी कड़ी कार्रवाई : राणा
वहीं इस बारे में जिला पुलिस अधीक्षक किन्नौर एस.आर. राणा ने बताया कि मृतक के शव के पास एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है तथा उसमें कंपनी के कुछ अधिकारियों के नाम लिखे हैं। उन्होंने बताया कि सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस द्वारा आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है तथा सुसाइड नोट की राइटिंग की जांच की जाएगी तथा जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे व जो भी इसमें संलिप्त पाया जाएगा उसके ऊपर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी प्रबंधन द्वारा बातचीत के लिए न आने पर क्रोधित होकर अन्य कर्मचारियों ने वहां पर धरना-प्रदर्शन किया है, जिससे स्थिति थोड़ी तनावपूर्ण हो गई है तथा कंपनी के अधिकारियों को बातचीत के लिए बुलाया गया है।

Kuldeep