पढ़िए जयराम के बजट को किसने सराहा और नाकारा

Sunday, Feb 10, 2019 - 02:31 PM (IST)

शिमला (योगराज): सीटू राज्य सचिव विजेंद्र मेहरा ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर द्वारा पेश किए गए बजट को मजदूर विरोधी करार दिया है। उन्होंने कहा कि मजदूरों की 18 हजार रुपए वेतन की मांग पूर्ण न कर मजदूरों की दिहाड़ी में केवल 25 रुपए की वृद्धि ऊंट के मुंह में जीरा डालने जैसा है। इस बजट में आंगनबाड़ी, मिड डे मील, आशा वर्करज, मनरेगा, जलरक्षकों, पंचायत चौकीदारों, पटवारी सहायकों, ब्लॉक व पंचायत स्तर पर कार्यरत अन्य कच्चे कर्मचारियों व निर्माण क्षेत्र के मजदूरों की पूर्ण अनदेखी हुई है।

बजट में आउटसोर्स कर्मचारियों के कोई ठोस नीति का कोई प्रावधान नहीं है। बजट नई पेंशन नीति को खत्म कर पुरानी पेंशन नीति बहाल करने पर भी खामोश है। यह बजट बेहद निराशाजनक है इसलिए आगामी 13 फरवरी को सीटू आउटसोर्स कर्मचारियों के साथ मिलकर विधानसभा घेराव करेंगे। वहीं हिमाचल प्रदेश अनुबंध अध्यापक संघ (पीटीए) के प्रदेशाध्यक्ष हरीश ठाकुर ने अनुबंध अध्यापक संघ पीटीए की तरफ से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज का बजट में पीटीए अनुबंध अध्यापकों को रेगुलर अध्यापकों की तर्ज पर सभी वितीय व अन्य लाभ देने के लिए आभार व्यक्त किया है।

हरीश ने बताया कि सर्वोच्च न्यायालय में अस्थाई अध्यापकों की सेवाओं को चुनौती देने वाली याचिका की अंतिम फैंसला न होने के चलते इस वर्ग के अध्यापकों को प्रतिमाह भारी वितीय नुकसान उठाना पड़ रहा था, जिसके चलते अध्यापकों में भारी रोष था जोकि अब मानसिक दबाव का कारण भी बन चुका था। जिसे सरकार के मुखिया जयराम ने अपने बजटीय भाषण में घोषणा करके कुछ हद तक कम करने का सराहनीय प्रयास किया है जिसका संघ स्वागत करता है।

Ekta