रिज टैंक के री-स्टोरेशन वर्क का काम लटका, BOD ने दिए यह आदेश

Thursday, Oct 03, 2019 - 04:46 PM (IST)

शिमला (वंदना) : ऐतिहासिक ब्रिटिशकालीन रिज टैंक के री-स्टोरेशन वर्क का कार्य फिलहाल लटक गया है। शिमला जल प्रबंधन कंपनी की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने रिज की मुरम्मत कार्य के लिए आगे आई 2 कंपनियों के साथ टैंडर रद्द करने के निर्देश कंपनी को जारी किए है। 

बीते दिनों हुई बी.ओ.डी की बैठक में मामले को स्वीकृति के लिए रखा गया था लेकिन सरकार का तर्क था कि इस कार्य के लिए 2 कंपनियों की जगहों पर कम से कम 3 कंपनियां का आवेदन होना आवशक है। ऐसे में रिज के टैंक के लिए दोबारा से कंपनी को टैंडर कॉल करने के आदेश दिए है, ऐसे में रिज टैंक की मुरम्मत का काम लटक गया है। दिल्ली की दो नामी कंपनियों ने रिज टैंक की मुरम्मत के लिए आवेदन किया था इसके लिए बकायदा टैंक का निरीक्षण भी कंसल्टैंट कंपनियों द्वारा किया  गया था, लेकिन अब बी.ओ.डी के फैसले के बाद से कंपनी दोबारा से टैंडर करने जा रहा है। इससे रिज टैंक की मुरम्मत कार्य में देरी होगी साथ ही रिज की दरारें भी बढ़ सकती है जिससे कंपनी की परेशानी भी बढ़ सकती है।

 एक्सपर्ट ने कंपनी को जल्द ही रिज टैंक की दरारों को भरने का सुझाव दिया है लेकिन बी.ओ.डी के फैसले से इस कार्य में देरी हो सकती है। ऐतिहासिक रिज मैदान पर पूरे शिमला शहर को जलापूर्ति करने वाला ब्रिटिशकालीन वाटर स्टोरेंज टैंक है जिसमें करीबन 45 लाख लीटर पानी स्टोर करने की क्षमता हैं,ऐसे में रिज पर बढ़ती दरारों से वाटर टैंक को भी खतरा हो सकता हैं। जिसकी कवायद में देरी होती जा रही है।

पंजाब इंजीनियरिंग कालेज के एक्सपर्ट करेगी मदद

पंजाब इंजीनियरिंग कालेज के एक्सपर्ट की निगरानी में ही रिज टैंक के री-स्टोरेशन वर्क को किया जाएगा। शिमला जल प्रबंधन कंपनी  का कहना है कि पंजाब इंजीनियरिंग कालेज के एक्सपर्ट ने रिज टैंक की मुरम्मत में सहयोग देने को मंजूरी प्रदान कर दी है इसके लिए एक्सपर्ट ने बीते दिनों टैंक का निरीक्षण भी किया था साथ ही कंपनी को विजिट रिपोर्ट भी भेज दी है।

कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की बैठक में रिज टैंक के री-स्टोरेशन वर्क के लिए कम से कम 3 कंपनियों का आवेदन होने पर चर्चा की गई है। दिल्ली की 2 कंपनियों रिज टैंक के री-स्टोरेशन के लिए  आवदेन किया था लेकिन बैठक में इस पर सहमति नहीं बन पाई है। बैठक की प्रोसिडिंग आते ही कंपनी दोबारा से टैंडर कॉल कर सकती है। 
-विजय गुप्ता, ए.जी.एम, शिमला जल प्रबंधन कंपनी।


 

Edited By

Simpy Khanna